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“डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन” ने अग्नि-5 मिसाइल के , संभावित परीक्षण की रिपोर्ट्स को किया खारिज

मान्यवर:-डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने गुरुवार को अग्नि-5 मिसाइल के संभावित परीक्षण की रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया। दरअसल मीडिया में खबरें चल रहीं थी कि डीआरडीओ गुरुवार को अग्नि-5 इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण करने जा रहा है।

कुछ ही हफ्तों पहले डीआरडीओ ने यह मिसाइल सिस्टम भारतीय एयरफोर्स को सौंपा है। आने वाले कुछ दिनाें में इसका परीक्षण इस बात का संकेत हो सकता है कि सेना इसे अपने बेड़े में शामिल कर रही है। यह टेस्ट जिसके अक्टूबर में होने की संभावना है, वह पहले 2020 में होना था। लेकिन कोरोना माहामारी के चलते यह टाल दिया गया।
2008 में शुरू हुआ डेवलपमेंट |

भारत के डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने 2008 में अग्नि-5 पर काम शुरू किया था। DRDO के रिसर्च सेंटर इमारत (RCI), एडवांस्ड सिस्टम लैबोरेटरी (ASL), और डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैबोरेटरी (DRDL) ने मिलकर इसे तैयार किया। इसे पहले अग्नि-3+ नाम दिया गया था, लेकिन 2010 में इसे अग्नि-10 नाम दिया गया।