मान्यवर:-मंडी गोबिंदगढ़ के एक कारोबारी से स्क्रैप के दो कंटेनर छोड़ने की एवज में 1.30 लाख रुपये रिश्वत लेने के मामले में कस्टम विभाग में तैनात एक एडिशनल कमिश्नर और एक सुपरिंटेंडेंट को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। सीबीआई की टीम ने सबसे पहले बुधवार को अमृतसर में तैनात सुपरिंटेंडेंट को रंगे हाथ पैसा लेते दबोचा, इसके बाद आगे की जांच में लुधियाना में तैनात एडिशनल कमिश्नर को गिरफ्तार किया।
सीबीआई ने विभिन्न ठिकानों से नकदी व अन्य सामान भी बरामद किया है। दोनों अधिकारियों को मोहाली स्थित सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया। जानकारी के अनुसार मंडी गोबिंदगढ़ में विदेश से स्क्रैप आयात करने वाले कारोबारी के दो कंटेनर कस्टम विभाग के पास पहुंचे थे। कारोबारी ने अपने दोनों कंटेनर रिलीज करवाने के लिए अमृतसर में तैनात सुपरिंटेंडेंट धर्मवीर सिंह से संपर्क किया था। उसने दोनों कंटेनर छोड़ने की एवज में 1.50 लाख रुपये की मांग की थी। उसने कारोबारी को बताया कि इस पैसे में लुधियाना के साहनेवाल में तैनात एडिशनल कमिश्नर पारूल गर्ग को भी हिस्सा देना है।
आखिरकार सौदा 1.30 लाख रुपये में तय हो गया। कारोबारी ने मामले की शिकायत सीबीआई के पास की, जिसके बाद सीबीआई ने रंगे हाथ गिरफ्तार करने के लिए एक ट्रैप लगाया। बुधवार को सीबीआई ने सबसे पहले सुपरिंटेंडेंट को 1.30 लाख रुपये लेते रंगे हाथ काबू किया। इसके बाद देर शाम सीबीआई टीम ने दबिश देकर लुधियाना में तैनात एडिशनल कमिश्नर पारूल गर्ग से पूछताछ की। इस पूछताछ के बाद सीबीआई ने होशियारपुर, लुधियाना और चंडीगढ़ स्थित कई ठिकानों पर दबिश दी।
सूत्रों के अनुसार सीबीआई टीम ने एडिशनल कमिश्नर के पास से लगभग 59.40 लाख रुपये के अलावा कुछ दस्तावेजों कब्जे में लिए हैं। वहीं सुपरिंटेंडेंट के पास से 2.60 लाख रुपये और कुछ दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया है। बता दें कि इससे पहले सीबीआई की दबिश को इंपोर्टेड सिगरेट के कंटेनरों की डिलीवरी से जोड़ा जा रहा था लेकिन ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है।