जम्मू(सुरेश सैनी):-सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत एक कौशल विकास पहल । एक अनुमान के अनुसार, जम्मू जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगे लगभग हर घर में भारतीय सशस्त्र बलों में कुछ न कुछ उपस्थिति रही है या रही है।
लोग सेना में शामिल होने पर गर्व महसूस करते हैं। क्षेत्र के युवा भी सेना में शामिल होने पर गर्व महसूस करते हैं।
इसकी पृष्ठभूमि में, जिला प्रशासन, जम्मू द्वारा दिसंबर, 2015 में एक योजना की परिकल्पना की गई थी, जिसे बाद में जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा सीमावर्ती युवाओं के लिए आवश्यक शारीरिक और मानसिक कौशल से लैस करने के लिए केंद्र स्थापित करने की मंजूरी दी गई थी, जो अंततः उनकी भर्ती की सुविधा प्रदान करते हैं।