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मातृभूमि के संस्कारों को ना भूलते हुए जीते गोल्ड मेडल :- यह है असली स्टार

जम्मू (सुरेश सैनी):-ये लोग केवल इसलिए सुपर स्टार नहीं है कि इन्होंने पदक जीते है | ये इसलिए सुपर स्टार है कि ये भारतीय संस्कृति और संस्कारों को उस समय भी नहीं भूलते जब जीत का उन्माद सर चढ़ कर बोल रहा होता है | दुनिया भर के कैमरे , लाईटे इन पर पड़ रही होती है  और पूरा विश्व इन्हे देख रहा होता है |

 नीरज चोपड़ा …पदक को गले में डालने से पहले माथे पर लगाते है !  बजरंग पूनिया … जीत के बाद हाथ जोड़ के खड़े हो जाते है ! मीरा बाई चानू … प्रदर्शन के बाद हाथ जोड़ लेती है ! जयेश .. जीत के बाद  ! हॉकी के गोल पोस्ट को साष्टांग प्रणाम करने लेट जाते है !!

ये इन खिलाड़ियों का अपनी मात्रभूमि के लिए अपने देश के लिए और अपने संस्कारों के प्रति समर्पण दिखाता है और यही क्षण हम भारत की जनता के लिए गौरव के क्षण होते जब विश्वपटल पर तिरंगा लहरा रहा होता है | संस्कारो का प्रवाह हो रहा होता है !