जालंधर(मान्यवर):-युवा प्रतिभाओं के पंखों को हवा देते हुए एचएमवी कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी। स्कूल ने प्राचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के कुशल मार्गदर्शन में ऑनलाइन प्रतिभा खोज प्रतियोगिता (प्रतिभा खोज 2021) का आयोजन किया। SSC-I और SSC-II के छात्रों ने उत्साहपूर्वक इस अवसर का उपयोग किया और भाषण प्रतियोगिता (स्टार ऑरेटर), साउंड म्यूजिक, पोस्टर और कोलाज मेकिंग प्रतियोगिता, नृत्य, मेहंदी, कला और रंगोली प्रतियोगिता से लेकर क्विज तक कई पहलुओं से संबंधित अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता जिसमें 150 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत आभासी दीप प्रज्ज्वलित कर और सभी की भलाई के लिए गायत्री मंत्र के पाठ के साथ की गई। इस आयोजन के पीछे गतिशील शक्ति प्रधानाचार्य डॉ अजय सरीन ने छात्रों के भावपूर्ण प्रदर्शन को देखने के लिए अपनी अपार खुशी व्यक्त की।
उन्होंने बताया कि डीएवी कॉलेज प्रबंध समिति हमेशा आधुनिकता के साथ वैदिक मूल्यों पर विश्वास करती है और यह प्रतिभा खोज (प्रतिभा खोज 2021) पूरी तरह से इस विश्वास प्रणाली का उदाहरण है। डीएवी प्रबंध समिति का उद्देश्य छात्रों को न केवल अकादमिक रूप से प्रतिभाशाली बल्कि रचनात्मक विचारक भी बनाना है और यही एचएमवी छात्रों को जीवन कौशल प्रदान करने के लिए है ताकि उनके आधार पर वे वास्तविक जीवन की स्थितियों से प्रभावी ढंग से निपट सकें। उन्होंने एचएमवी में शिक्षकों और छात्रों के जीवन भर के प्यार भरे बंधन को बहुत खूबसूरती से व्यक्त किया। स्कूल समन्वयक ने बताया कि ये सह-पाठयक्रम गतिविधियां छात्रों को कलात्मक गुणों, ध्वनि संचार कौशल और आत्मविश्वास को विकसित करने में सहायता करती हैं ताकि वे गोद लेने योग्य और उत्पादक इंसान बन सकें।
पंजाबी विभाग से श्रीमती कुलजीत कौर मानव व्यक्तित्व के चार विकासों के बारे में बात कर रही हैं जो आध्यात्मिक, मानसिक, सामाजिक और शारीरिक हैं। उन्होंने छात्रों को हमेशा आशावादी तरीके से अपनी क्षमता को बढ़ाने और परिष्कृत करने के लिए प्रोत्साहित किया। भाषण प्रतियोगिता का निर्णय श्रीमती कुलजीत कौर और श्रीमती प्रोतिमा मंदर द्वारा किया गया, जिसमें छात्रों ने “आज के बच्चे फैशन शिकार, पारंपरिक शिक्षा बनाम ऑनलाइन शिक्षा, टीकाकरण भारत का भविष्य” के प्रासंगिक विषयों पर अपने वक्तृत्व कौशल को व्यक्त किया। इस प्रतियोगिता में न्या बनर्जी-एसएससी-आई आर्ट्स ने पहला, भुवनीत-एसएससी-आई मेडिकल ने दूसरा और स्तुति शर्मा-एसएससी-आई आर्ट्स ने तीसरा स्थान हासिल किया। डा. पूजा मन्हास और श्रीमती सविता महेंद्रू नृत्य प्रतियोगिता की निर्णायक थीं, जिसमें तमन्ना-एसएससी-I कॉमर्स, गुरनीत कौर-एसएससी-I आर्ट्स, मुस्कान-एसएससी-II आर्ट्स ने पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। नंदिनी-एसएससी-द्वितीय कला और नैन्सी-एसएससी-आई कला को सांत्वना पुरस्कार मिला।
गायन प्रतियोगिता का निर्णय डॉ. संतोष खन्ना ने किया, जिसमें चाहत-एसएससी-द्वितीय कला, अर्शिया-एसएससी-I कला और बबीता-एसएससी-द्वितीय कला ने पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। मेहंदी और रंगोली प्रतियोगिता में गहन और कलात्मक निर्णय डॉ राखी मेहता और श्रीमती नवनीता द्वारा दिया गया था जिसमें दीया- एसएससी- I वाणिज्य, दविंदर- एसएससी- I वाणिज्य और भूमिका-एसएससी- I कला ने पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। डॉ. नीरू भारती और डॉ. शैलेंद्र कुमार पोस्टर और कोलाज मेकिंग प्रतियोगिता के निर्णायक थे, जिसमें खुशी एसएससी-आई आर्ट्स, जसनीत धंजाल एसएससी-द्वितीय कला, मानवी-एसएससी-आई मेडिकल ने पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के निर्णायक रहीं श्रीमती बीनू गुप्ता, श्रीमती उपमा और सुश्री वंदना। सुरभि- एसएससी-द्वितीय वाणिज्य ने पहला स्थान हासिल किया, तनीषा- एसएससी- I कॉमर्स ने दूसरा स्थान हासिल किया, सुखरीत-एसएससी- I मेडिकल और मानसी- एसएससी-द्वितीय वाणिज्य ने सामूहिक रूप से तीसरा स्थान हासिल किया। कार्यक्रम की मॉडरेटर सुश्री सुकृति शर्मा थीं। इस अवसर पर श्रीमती नवरूप, श्रीमती वीना अरोड़ा, श्रीमती दिव्या, श्रीमती गुरदीप, श्रीमती शिल्पा, सुश्री ऋचा, सुश्री वंदना, श्रीमती उपमा, सुश्री पाहुल भी उपस्थित थीं।