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नहीं रहे “ट्रेजडी किंग” बॉलीवुड में मातम का साया

जालंधर(मान्यवर):-बॉलीवुड से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आई है | दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है | सांस लेने में दिक्कत की वजह से उन्हें बार-बार अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा था | 30 जून को दिलीप कुमार  को हिंदुजा अस्तपाल के आईसीयू में एडमिट किया गया था | दिलीप कुमार को आज शाम 5 बजे जुहू कब्रिस्तान, सांताक्रुज में सुपुर्दे खाक किया जाएगा | दिलीप कुमार  ने बुधवार की सुबह 7:30 बजे दुनिया को 98 साल की उम्र में अलविदा कहा है | उनका इलाज कर रहे डॉक्टर जलील पार्कर ने निधन की जानकारी दी है |

दिलीप कुमार के अंतिम पलों में उनकी पत्नी और अभिनेत्री सायरा बानो उनके साथ रहीं और उनका खास ख्याल रख रही थीं | दिलीप कुमार आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कुछ ही देर पहले ट्वीट किया गया है, जिसमें लिखा है, ‘भारी मन और गहरे दुख के साथ, मैं हमारे प्यारे दिलीप साहब के निधन की घोषणा करता हूं, कुछ मिनट पहले ही वो इस दुनिया को अलविदा कह गए | हम ईश्वर के हैं और उनके पास वापस लौटते हैं | फैसल फारूकी’ एनसीपी नेता शरद पवार ने भी अभिनेता के निधन पर संवेदना व्यक्त की है | उन्होंने ट्वीट करके लिखा, ‘दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ | हमने एक किंवदंती खो दी है |

बता दें, इससे पहले भी दिलीप कुमार को सांस लेने में तकलीफ हुई थी, जिसके बाद 6 जून को उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था | पांच दिनों तक इलाज चलने के बाद दिलीप कुमार की हालत में सुधार हुआ था, जिसके बाद डॉक्टर्स ने उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी थी और सायरा बानो उन्हें घर ले गई थीं |  बॉलीवुड के ‘ट्रेजेडी किंग’ के रूप में जाने जाने वाले दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार का करियर छह दशकों से लंबा था | उन्होंने अपने करियर में 65 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है और उन्हें ‘देवदास’ (1955), ‘नया दौर’ (1957), ‘मुगल-ए-आजम’ (1960), ‘गंगा जमुना’ (1961) क्रांति’ (1981) और ‘कर्म’ (1986) जैसी फिल्मों में किए गए शानदार अभिनय के लिए जाना जाता है | उन्हें आखिरी बार 1998 में ‘किला’ में देखा गया था |