गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर में 18 से 20 अक्टूबर तक तीन दिवसीय सी जोन जोनल यूथ फेस्टिवल अनुशासन, निष्पक्षता और पारदर्शिता के बेहतरीन उदाहरण के साथ संपन्न हुआ। ए.पी.जे. कॉलेज ने अच्छा प्रदर्शन किया, इतिहास को एक बार फिर दोहराया और दो दशकों से अधिक समय से अपनी विरासत को आगे बढ़ाया – जोन के जोनल यूथ फेस्टिवल में समग्र ट्रॉफी पर कब्जा किया और अपनी प्रतिभा का जश्न मनाया। गुरु नानक देव विश्वविद्यालय 35 प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है जिसमें लोक ऑर्केस्ट्रा, समूह नृत्य, युद्ध गायन, कविता, शास्त्रीय वाद्ययंत्र (टक्कर और गैर-टक्कर), शास्त्रीय संगीत गायन (एकल), शामिल हैं। आन द स्पॉट पेंटिंग, कार्टूनिंग, कोलाज, क्ले मॉडलिंग, आन द स्पॉट फोटोग्राफी, इंस्टालेशन, क्विज, कॉस्ट्यूम परेड, माइम, मिमिक्री, स्किट, वन एक्ट प्ले, ग्रुप शबद/भजन, ग्रुप सॉन्ग इंडियन, सॉन्ग/गजल, फोक सॉन्ग, रंगोली, फुलकारी, मेहंदी, पोस्टर मेकिंग, काव्य संगोष्ठी, भाषण एवं वाद-विवाद, शास्त्रीय नृत्य, गिद्धा, वेस्टर्न वोकल सोलो, वेस्टर्न वोकल ग्रुप, वेस्टर्न इंस्ट्रूमेंट सोलो प्रतियोगिता में एपीजे कॉलेज की टीम ने 35 प्रतियोगिताओं में से जीत हासिल की।
प्रथम स्थान 17 दूसरा स्थान 11 तीसरा स्थान 4 एपीजे कॉलेज ने 148 अंक हासिल कर 22 बार जोनल यूथ फेस्टिवल की ओवरऑल चैंपियनशिप ट्रॉफी जीती। इस युवा उत्सव में गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले लगभग सभी कॉलेजों ने प्रतियोगिता में भाग लिया। उन सभी कॉलेजों को पीछे छोड़ते हुए, एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स फोक ऑर्केस्ट्रा, (सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत वाद्ययंत्र वादक- हरप्रीत सिंह,) क्विज़, कोलाज, ऑन द स्पॉट पेंटिंग, शास्त्रीय वाद्ययंत्र (टक्कर), शास्त्रीय संगीत गायन, रंगोली, स्किट, वन एक्ट प्ले, (इकरा प्रथम, तनिष्ठा द्वितीय सर्वश्रेष्ठ अभिनेता), कॉस्ट्यूम परेड, मिमिक्री, भारतीय ग्रुप सांग, लोक गीत, गीत / ग़ज़ल, शास्त्रीय नृत्य, वेस्टर्न वोकल सोलो, वेस्टर्न वोकल ग्रुप, दूसरा स्थान, युद्ध गायन, क्विशरी, मूर्तिकला, शास्त्रीय वाद्ययंत्र (नॉन परकशन), समूह नृत्य, पोस्टर, माइम, वाद- विवाद, समूह भजन, पश्चिमी वाद्य एकल, गिद्धा। तीसरे स्थान पर कार्टूनिंग, मेहंदी, काव्य गोष्ठी, भाषण कला। कॉलेज की प्राचार्य डॉ. नीरजा ढींगरा ने कहा कि एपीजे कॉलेज ने एक बार फिर खुद को साबित किया है। शैक्षणिक, कला एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के क्षेत्र में वे सदैव आगे रहे हैं। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. नीरजा ढींगरा ने कहा कि इस जीत के साथ कॉलेज के छात्र एपीजे एजुकेशन के संस्थापक प्रमुख सेठ सत्यपाल पाल के आदर्शों और विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं। इसी के साथ ही उन्होंने उनकी बेटी एपीजे एजुकेशन की वर्तमान मुखी श्रीमती सुषमा पॉल पारलिया का भी धन्यवाद किया जिनकी रहनुमाई हमारी जीत का कारण है । इसी के साथ ही उन्होंने डीन यूथ फेस्टिवल डॉ. अमिता मिश्रा और कॉलेज के सांस्कृतिक सलाहकार डॉ. अरुण मिश्रा के प्रयासों की बहु सराहना की और प्रभारी शिक्षक के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के मार्गदर्शन और छात्रों की कड़ी मेहनत से ही ऐसी ऐतिहासिक जीत हासिल होती है। यह बहुत गर्व की बात है कि एपीजे कॉलेज लगातार 22 वर्षों से जोनल यूथ फेस्टिवल की ओवरऑल चैंपियनशिप ट्रॉफी पर कब्जा कर रहा है।
[metaslider id=”4950