एपीजे एजुकेशन की अध्यक्ष,एपीजे सत्या यूनिवर्सिटी की को-फाउंडर एवं कुलपति तथा एपीजे सत्या ग्रुप एवं स्वर्ण ग्रुप की अध्यक्ष श्रीमती सुषमा पॉल बर्लिया को ” डिस्टिंग्विश्ड फेलो 2023 ” के सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें ” द एडवाइजरी कौंसिल ऑफ़ द इंस्टिट्यूट ऑफ़ डायरेक्टर्स (IOD )द्वारा लोक कल्याण एवं लोक नीति,शिक्षा एवं उद्यमिता के क्षेत्र में अपने महत्वपूर्ण, योगदान देने के लिए दिया गया। भारत के कानून एवं न्याय मंत्री केंद्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने श्रीमती सुषमा पॉल बर्लिया को यह सम्मान न्यू दिल्ली में आयोजित एनुअल डायरेक्टर्स कॉन्क्लेव में दिया गया तथा भूतपूर्व हाई कमिश्नर ऑफ इंडिया टू यूके श्रीमती रुचि घनश्याम ने श्रीमती बर्लिया को सम्मान पत्र भेंट किया। इससे पहले डिस्टिंग्विश्ड फेलो का सम्मान भूतपूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को 1994 में प्राप्त हुआ था। इस वर्ष (IOD) एनुअल डायरेक्टर्स कॉन्क्लेव “इमर्जिंग ट्रेंड्स इन कॉरपोरेट गवर्नेंस एंड बिल्डिंग फ्यूचरिस्टिक कॉरपोरेट गवर्नेंस एंड बिल्डिंग फ्यूचरिस्टिक बोर्ड 2030 ” विषय पर आयोजित की गई थी। इस विशेष सम्मान की प्राप्ति पर श्रीमती सुषमा पॉल बर्लिया ने कहा कि मैं बहुत ही प्रसन्न, गौरवान्वित एवं भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे इस सम्मान के लिए चुना गया उन्होंने कहा मेरा यह मानना है कि किसी भी प्रबंधन के विकास का मूल भाव मानवीय मूल्यों की स्थापना, निःस्वार्थ सेवा करते हुए उन्नति की राह पर स्वयं आगे बढ़ते हुए देश के विकास में भी अपना योगदान देना होना चाहिए ताकि भारतीयता का जो मूल भाव वसुधैव कुटुंबकम है उसको सार्थक किया जा सके। श्रीमती बर्लिया 2022 में ” हाउस ऑफ लॉर्ड्स यूके में ” ग्लोबल कन्वेंशन ऑन कॉरपोरेट गवर्नेंस एंड सस्टेनेबिलिटी ” विषय पर भी विशेष रूप से संबोधित कर चुकी हैं। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने श्रीमती बर्लिया को उनकी इस विशेष उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि वे हमेशा से हमारी मार्गदर्शक एवं प्रेरणास्त्रोत रही है और हमारा गौरव है और मैं यह शुभकामना करती हूं वे सर्वदा इसी तरह श्रेष्ठ उपलब्धियों को प्राप्त करती रहे।
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