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श्री हेमकुंड साहिब यात्रा आज से शुरू रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया दरबार आर्मी जवानों ने गुरु ग्रंथ साहिब पर की फूलों की वर्षा

जालंधर (ब्यूरो):-उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित सिखों के धार्मिक स्थल श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा आज से शुरू हो गई है। तकरीबन 7 महीनों के बाद श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खुले हैं। फूलों, रंग बिरंगी लाइटों व सजावटी कपड़ों से दरबार को सजाया गया है। आर्मी के जवानों की कड़ी मेहनत के बाद आज बैंड व फूलों की वर्षा के साथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब को सुशोभित भी कर दिया गया।7 माह कपाट बंद रहने के बाद श्री हेमकुंड साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब को सुशोभित किया गया। - Dainik Bhaskar

श्रद्धालुओं की शोभायात्रा सुबह 4 बजे गोबिंद धाम से निकली और श्री हेमकुंड साहिब पहुंची। स्नान कर दर्शन किए। सुबह 10.30 बजे श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पहुंचते ही सुखमनी साहिब का पाठ शुरू हुआ। पाठ के बाद कीर्तन शुरू हुआ। संगत के आगमन को लेकर प्रशासन ने भी तैयारी पूरी कर ली है।

यात्रियों को दिक्कत न हो, इसके लिए इंडियन आर्मी के जवानों ने दिन रात मेहनत की है। 15 फीट से अधिक ऊंची बर्फ की चादर में रास्ता बनाया गया।

सर्दियों में बंद हो जाते हैं कपाट
हर साल सर्दियों में बर्फबारी शुरू होने से पहले हिमालय की पहाड़ियों में बने श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। 6 से 7 महीनों तक यह कपाट बंद रखे जाते हैं। फिलहाल, 2023 की यह यात्रा आज से शुरू हो गई है।

418 जवानों ने बनाया रास्ता
श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा तक रास्ता बनाने के लिए 418 इंजीनियरिंग कोर के जवान जुटे हुए थे। सैनिकों ने अटलाकोटी ग्लेशियर से बर्फ काटी, आस्था पथ से बर्फ हटाई। हालांकि इस बार अप्रैल महीने के अंत तक बर्फबारी होती रही। जिसके चलते सैनिकों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा।

संगत के लिए खास निर्देश
प्रशासन ने संगत को सावधानी बरतने के निर्देश भी दिए हैं। गौरतलब है कि खराब मौसम और अत्यधिक ठंड के कारण यात्रियों को सांस की तकलीफ के साथ चलते समय सबसे ऊपर रहने की सख्त मनाही है और संगत को दर्शन के बाद वापस लौटना होगा।