जालंधर (ब्यूरो):- जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव में बुधवार को पोलिंग के दौरान मौजूद रहे आम आदमी पार्टी (AAP) के बाहरी जिलों के 6 में से 5 विधायकों पर कार्रवाई करने से चुनाव आयोग (EC) और जिला प्रशासन बचता नजर आ रहा है। मुख्य चुनाव अधिकारी ने दावा किया कि शाहकोट में विधायक पर केस दर्ज किया है और उसे जमानत पर छोड़ा है।
लेकिन पुलिस ने जो FIR दर्ज की है उसमें विधायक दलबीर सिंह टौंग का नाम ही नहीं है। कांग्रेस ने FIR में विधायक का नाम न होने पर मुख्य चुनाव अधिकारी समेत जिला प्रशासन पर सवालों की झड़ी लगा दी है। नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि सरेआम आम आदमी पार्टी के विधायकों की वीडियो फोटो वायरल हुई। कांग्रेस ने शिकायत भी की।
लेकिन पुलिस ने एक विधायक पर FIR दर्ज की लेकिन उसमें भी उसका नाम नहीं डाला। FIR किसी अज्ञात के खिलाफ काटी गई है। जबकि पुलिस अधिकारियों ने दावा किया था कि विधायक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उन्हें थाने में जमानत पर छोड़ा गया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पुलिस ने उन्हें बेवकूफ बनाया और उसे बाहर से ही निकाल दिया।
लुधियाना, अमृतसर और जैतों के विधायक ने तोड़ा कानून
इन विधायकों में अमृतसर जिले की बाबा बकाला सीट के AAP विधायक दलबीर सिंह टौंग, अमृतसर सेंट्रल के विधायक अजय गुप्ता, अमृतसर वेस्ट के विधायक डॉ. जसबीर सिंह संधू, फरीदकोट की जैतो सीट से MLA अमोलक सिंह, लुधियाना ईस्ट के MLA दलजीत सिंह ग्रेवाल भोला और लुधियाना वेस्ट के विधायक गुरप्रीत गोगी शामिल रहे।
शाहकोट एरिया का वीडियो आने के बाद पुलिस प्रशासन ने टौंग को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन जालंधर के ही अलग-अलग बूथों पर मौजूद बाकी MLA की फोटो-वीडियो सामने आने के बावजूद उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं हुआ। टौंग को भी थाने से ही जमानत मिल गई।
क्या हैं चुनाव आयोग का नियम
चुनाव आयोग (EC) के नियमानुसार, मतदान से 48 घंटे पहले प्रचार बंद होने के साथ ही सभी बाहरी लोगों को संबंधित इलाका छोड़ देना होता है। जालंधर में भी प्रचार बंद होने के बाद, आयोग ने राज्य के दूसरे हिस्सों से आए लोगों को लोकसभा क्षेत्र छोड़कर चले जाने को कहा। तमाम रास्तों पर नाके लगाकर चेकिंग अभियान चलाए गए। इसके बावजूद सत्ताधारी दल के 5-5 विधायक पोलिंग के दौरान लोकसभा क्षेत्र में घूमते रहे और इलेक्शन कमीशन के किसी ऑब्जर्वर की उन पर नजर नहीं पड़ी।
विधायकों के अलावा AAP के बाहरी जिलों के कई पदाधिकारी भी पोलिंग के दौरान बूथों के आसपास नजर आए। BJP ने दावा किया कि AAP MLA दलजीत सिंह ग्रेवाल भोला के खिलाफ उसने राज्य चुनाव आयोग को शिकायत की है। हालांकि मुख्य चुनाव अधिकारी ने BJP की ओर से कोई शिकायत मिलने से इनकार किया। हां, कांग्रेस की एक शिकायत जरूर चुनाव आयोग को मिली है।
देखिए मतदान के दौरान जालंधर लोकसभा हलके में मौजूद रहे AAP के 5 MLA की फोटो
आयोग की वेरिफिकेशन में सिर्फ एक MLA आया
पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी सी. सिब्बन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आयोग की वेरिफिकेशन में AAP का एक MLA आया था। उसके खिलाफ कार्रवाई कर दी गई। BJP की शिकायत से जुड़े सवाल पर सिब्बन ने कहा कि उनके पास सिर्फ कांग्रेस की एक शिकायत आई है।
बाहरी लोगों को लोकसभा हलके में आने से रोकने में नाकाम रहे जालंधर जिला प्रशासन पर कार्रवाई से जुड़े सवाल को वह टाल गए। जब पूछा गया कि क्या ये प्रशासन का लैप्स नहीं है? तो उन्होंने कहा कि वेरिफिकेशन में जो आया, उस पर कार्रवाई की गई है।
5 विधायकों के एरिया में घुसने से जुड़े सवाल पर मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि उनके पास सिर्फ एक शिकायत आई थी जिसके बाद इलाके में बाकायदा अनाउंसमेंट करवाई गई कि बाहरी व्यक्ति क्षेत्र छोड़कर चले जाएं।
फिल्लौर में पकड़े गए AAP पदाधिकारी बोले- असीं तां बीज लैण आए सी
जालंधर लोकसभा सीट पर मतदान के दौरान ही फिल्लौर एरिया का एक वीडियो भी सामने आया है। यह वीडियो पोलिंग बूथ के पास घूम रहे AAP के 2 पदाधिकारियों को कांग्रेस नेताओं की ओर से पकड़े जाने का है। इन दोनों ने पीले रंग की पगड़ी पहन रखी थी। वीडियो में फिल्लौर के कांग्रेसी विधायक विक्रमजीत चौधरी इन दोनों से पूछ रहे हैं कि वह इस इलाके में क्या कर रहे हैं? इस पर एक युवक कहता है कि वह तो यहां बीज लेने आए थे। जब विधायक चौधरी ने पूछा कि कौन सा बीज? तो युवक ने कहा-गेहूं का बीज।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि अभी तो गेहूं की कटाई हुई है और यह तो गेहूं बिजाई का सीजन ही नहीं है। इस पर दूसरा युवक बोला कि उसकी बुआ यहां रहती है और वह अपने रिश्तेदारों के पास आए थे।