जालंधर (ब्यूरो):- पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने जिला शहीद भगत सिंह नगर (नवांशहर) के बंगा में करनाना सहकारी सोसाइटी में करोड़ों रुपए का घोटाला कर भागे कैशियर को काबू कर लिया है। कैशियर हरप्रीत सिंह 7 महीने से भगौड़ा था। एसबीएस नगर की कोर्ट में आत्मसमर्पण करने से पहले ही विजिलेंस ने उसे कोर्ट के बाहर ही दबोच लिया।सचिव और सदस्यों के साथ मिलकर किया गबन
विजिलेंस ब्यूरो की तकनीकी टीम ने जांच में पाया था कि कैशियर हरप्रीत, सचिव इंद्रजीत धीर और सदस्यों रणधीर सिंह, सुखविन्दर सिंह, रविन्द्र सिंह और कमलीत सिंह के साथ मिलकर 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2020 तक सोसाइटी में जमा एफडीआर और लिमिट के माध्यम से लिए गए कर्जों में 7 करोड़ 14 लाख 7 हजार 596 रुपए का गबन किया गया था।
इसके अलावा विजिलेंस की तकनीकी टीम को जांच के दौरान यह यह भी पता चला है कि मुलजिमों ने करनाना मल्टीपर्पज़ सहकारी सोसाइटी लिमिटेड में 36 करोड़ 36 लाख 71 हजार 952 रुपए की गंभीर लापरवाही भी की हैं। यह सारे घोटाले सभी ने मिलकर किए थे। सोसाइटी के पास पेट्रोल पंप और खेती की मशीनरी
करनाना सहकारी सभा में 1000 के करीब खाताधारक सदस्यों के अलावा 6 नियुक्त कर्मचारी हैं। सोसाइटी के पास अपना एक पेट्रोल पंप, एक ट्रैक्टर के अलावा किराये पर ज़मीन की खेती के लिए खेती मशीनरी भी है। सोसाइटी अपने सदस्य किसानों को कीटनाशक और खाद वगैरह भी बेचती है। सोसाइटी गांव के NRI परिवारों की करोड़ों की एफडीआर जमा हैं। दो कम्प्यूटर से सचिव ने की धोखाधड़ी
जांच में सामने आया कि सचिव इंद्रजीत धीर ने सोसाइटी में 2 कंप्यूटर लगाए हुए थे। जिनमें से एक में वह सदस्यों के जमा पैसों की एंट्रियों को असली दिखा कर सदस्यों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए रिकार्ड तैयार करता था। दूसरे कंप्यूटर पर सचिव कैशियर और सदस्यों के साथ मिल कर फ्रॉड की रकम अनुसार डाटा फीड कर ऑडिट अफसरों के पास रिकार्ड पेश करते थे।
इस मामले में मुलजिम पूर्व सचिव इंद्रजीत धीर, कैशियर हरप्रीत सिंह, रणधीर सिंह, सुखविन्दर सिंह, रविन्द्र सिंह और कमलजीत सिंह के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो ने भारतीय दंड संहिता की धारा 406, 409, 420, 465, 468, 471, 477- ए, 120-बी और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 13(1) ए, 13(2) के तत मामला दर्ज किया था। ।
इस केस में विजिलेंस ने 6 व्यक्तियों को गिरफ़्तार कर लिया है। विजिलेंस प्रवक्ता ने बताया कि सोसाइटी का सचिव इंद्रजीत धीर भी अभी फरार है। उसकी गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ़्तार कर लिया जायेगा।