जालंधर (ब्यूरो):- वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के गनमैन तजिंदर सिंह गोरखा बाबा से जांच में मिले झंडे और अन्य सामग्री को लेकर खन्ना की SSP अमनीत कौंडल ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि गोरखा बाबा से जांच में जो भी सामान मिला है वह जांच का हिस्सा है। कुछ लोग इन चीजों को धार्मिक रूप देकर गलत दिशा में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं।
उनका ऐसा कोई मकसद नहीं था कि किसी धर्म को टारगेट किया जाए। पंजाब में भाईचारा और शांति बनाए रखने के लिए पुलिस लगातार काम कर रही है। गोरखा बाबा दो दिन के रिमांड पर खन्ना पुलिस के पास है। वह खालिस्तान संबंधी प्रपोजल सामग्री तैयार किए हुए था। जो झंडे आदि दिखाए गए है वह सभी पुराने है।
24 मार्च को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरे मामले की जानकारी दी थी। जांच में जो भी सामने आया था उन्होंने मीडिया के सामने तथ्यों को रखा था। इस मामले में लुधियाना रेंज पुलिस की तरफ से फेसबुक पोस्ट कर सफाई दी गई है।
विरसा सिंह वल्टोहा ने जताया था एतराज इस मामले को लेकर शिअद नेता विरसा सिंह वल्टोहा ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि मीडिया, सरकार और पुलिस सिखों के ऐतिहासिक दस्तावेजों को गलत रंग दे रहे है। सिखों के खिलाफ साजिश के तहत इस तरह का प्रचार किया जा रहा है। जो पुलिस ने दस्तावेज या झंडे पत्रकारों को दिखाए है वह इंटरनेट पर आम तौर पर देखने को मिल जाते हैं।