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दसवीं के 27 स्टूडेंट्स को दिए फर्जी रोल नंबर पंजाबी का पेपर देने पहुंचे तो परीक्षा केंद्र से वापस लौटाया रोते-बिलखते रहे बच्चे

जालंधर (ब्यूरो):- लुधियाना के जगराओं के गांव कोंकेकला के एक निजी स्कूल पर दसवीं कक्षा के 27 स्टूडेंट्स के भविष्य से खिलवाड़ करने के आरोप हैं। स्कूल की लापरवाही के कारण सभी स्टूडेंट अपनी पंजाबी विषय की परीक्षा नहीं दे सके। क्योंकि स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्रों को सही रोल नंबर न देकर, रोल नंबर लिखी कच्ची पर्चियां पकड़ा दी गई थी। लेकिन जब स्टूडेंट जगराओं के खालसा स्कूल में बनाए गए सेंटर पर पहुंचे तो परीक्षा केंद्र के सुपरवाइजर व अन्य स्टाफ ने स्टूडेंट्स को अंदर प्रवेश नहीं करने दिया।

स्टूडेंट्स से कहा गया कि जो रोल नंबर उनके पास मौजूद हैं, वह स्कूल द्वारा गलत दिए गए हैं। यह सुनकर सभी स्टूडेंट रोने-बिलखने लगे। इसके बाद छात्रों के परिजन भी परीक्षा केंद्र पर पहुंच गए।

स्टूडेंट्स को रोल नंबर दिलाने का भरोसा AAP विधायक सरबजीत कौर माणुके भी मौके पर पहुंच गई। उन्होंने भरोसा दिलाया कि मामला हल कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। साथ ही जिम्मेदार स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। विधायक माणुके ने बताया कि स्कूल की मान्यता रद्द की जा चुकी है, लेकिन स्कूल प्रबंधन द्वारा मान्यता प्राप्त होने का दावा किया गया है।

उन्होंने शिक्षा मंत्री और चेयरमैन से इस संबंध में बात किए जाने की बात कही है। मंत्री ने छात्रों के परिजनों को रोल नंबर दिलाने का भरोसा भी दिलाया।

वाइस प्रिंसिपल ने पर्ची पर लिखकर दिए रोल नंबर एक छात्रा ने बताया कि आज दसवीं का पहला पेपर था। छात्रा ने बताया कि रोल नंबर के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा उन्हें 20 मार्च को बुलाया गया था, लेकिन उस दिन कहा गया कि प्रिंसिपल स्कूल में नहीं है। जब अगले दिन स्कूल गए तो नवी नामक टीचर के स्कूल में नहीं होने की बात कही गई। इसके बाद वाइस प्रिंसिपल ने कॉपी के पेज पर रोल नंबर लिखकर दिए थे। इसके बाद स्टूडेंट्स को घर भेज दिया गया, लेकिन छात्र दोबारा अगले दिन रोल नंबर की स्थायी स्लिप लेने गए तो टाल-मटोल की जाती रही।