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होशियारपुर में सैनिक को चलती ट्रेन से फेंका लुटेरे सामान चेक कर रहे थे विरोध किया तो सिर पर वार कर धक्का मारा

जालंधर (ब्यूरो):-  हरियाणा के अंबाला कैंट से ट्रेन में सवार होकर जम्मू जा रहे हिमाचल प्रदेश के एक सैनिक को लुटेरों ने टांडा (होशियारपुर, पंजाब) में चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। बुरी तरह से घायल सैनिक को लोगों ने पहले सिविल अस्पताल पहुंचाया। वहां से उसे उसकी गंभीर हालत को देखते हुए होशियारपुर अस्पताल किया गया है।

भारतीय सेना के जवान की पहचान 25 वर्षीय सचिन पुत्र देव स्वरुप के रूप में हुई है। सचिन हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के तहत आते गांव नब्बल (पच्छाद) का रहने वाला है। वह एक महीने की छुट्टी काटने के बाद वापस जम्मू ड्यूटी पर लौट रहा था। अंबाला से वह ट्रेन में सवार हुआ था और टांडा में उसके साथ वारदात हो गई।

लुटेरे सामान चेक कर रहे थे, रोका तो नीचे फेंका सैनिक सचिन ने अपने दिए गए बयान में बताया है कि वह ट्रेन में रात एक बजे सवार हुआ था। ट्रेन में कुछ लुटेरे सवार थे। वह सोए हुए लोगों का सामान चेक कर रहे थे। सामान चेक करते हुए उसके पास भी आ पहुंचे। उस वक्त वह सोया हुआ था। जब उसका सामान चेक करने लगे तो आंख खुल गई। जब उसने उनके बारे में पूछा तो वह लड़ने लगे।

जब उन्होंने सामान ले जाने की कोशिश की तो वह अड़ गया। इतने में लुटेरे के 2 साथी और आ गए। उन्होंने उसके दोनों हाथ पकड़ लिए। इसके बाद तीसरे व्यक्ति ने किसी चीज के साथ उसके सिर पर जोर से चोट मारी। चोट लगने के बाद वह बेहोश हो गया।

इसके बाद लुटेरों ने उसे टांडा के पास चलती ट्रेन से फेंक दिया। जब उसे होश आई तो वह टांडा में ही एक गौशाला में पहुंचा। गौशाला के लोगों ने सैनिक को तुरंत सिविल अस्पताल टांडा में पहुंचाया। जहां से उसे होशियारपुर रेफर कर दिया गया।

परिवार वाले अस्पताल में पहुंचे टांडा अस्पताल में सचिन के पहुंचते ही अस्पताल के डॉक्टरों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर सचिन से यूनिट और घर का नंबर लिए और उन्हें वारदात के बारे में सूचित किया। सूचना मिलते ही घर से परिवार के लोग पहुंच गए हैं। लुटेरे सचिन का पर्स, वर्दी, सेना का पहचान पत्र और अन्य सामान लूट कर ले गए हैं।