जालंधर (ब्यूरो): पंजाब में नवंबर से संघर्ष पर बैठे किसानों ने अपने अगले संघर्ष की घोषणा कर दी है। किसानों ने 15 जनवरी से बंद टोल प्लाजों के बैरिकेड खोलने व डीसी ऑफिस से अपना प्रदर्शन वापस लेने की बात कही है। यानी कि 15 जनवरी से टोल प्लाजा पर अब लोगों को टोल देकर गुजरना होगा। इसके साथ ही नए संघर्ष का ऐलान कर दिया गया है।
किसान संघर्ष मोर्चा के नेता सरवण सिंह पंधेर ने जानकारी दी कि 11 जनवरी को पंजाब जीरा शराब फैक्ट्री में चल रहे मोर्चे में लोगों को न्याय दिलाने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सभी कार्यालयों का घेराव किया जाएगा। पूरे पंजाब में प्रदूषित पानी को नदियों और भूमिगत पानी में डालने से रोकने के लिए किसान अब संघर्ष पर उतर आए हैं।
वहीं दूसरी तरफ किसान 29 जनवरी को पूरे पंजाब में तीन घंटे के लिए 1 से 3 बजे तक ट्रेनों को रोकेंगे। 29 जनवरी 2021 को दिल्ली आंदोलन के दौरान किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब की स्टेज पर RSS और BJP के नेता प्रदीप खत्री के नेतृत्व में हमला किया गया था। जिसका विरोध ट्रेन रोक कर किया जाएगा।
26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली फतेह दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। इस दौरान जिला मुख्यालय पर बड़ी जनसभा का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में केंद्र और पंजाब की मांगों को उठाया जाएगा।
पंधेर ने कहा कि पंजाब के गुरदासपुर में रेल रोको अंदोलन को असीमित समय के लिए जारी रखा जाएगा। इसके दो मुख्य कारण हैं। जिसमें एक किसानों को पर्याप्त मुआवजा दिए बिना भारत माला योजना के तहत जम्मू-कटरा एक्सप्रेस-वे अमृतसर-मार्ग पर जबरन सरकारी कब्जे किए जा रहे हैं।
वहीं दूसरा, बिना किसी भेदभाव आदि के गन्ना शेष एवं पूर्ण भुगतान पर्ची वितरण कलैण्डर की मांग के संबंध में है। जब तक इन मुश्किलों का हल नहीं निकलता गुरदासपुर में रेल रोको अंदोलन जारी रहेगा।