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एपीजे स्कूल में प्राइमरी स्तर का एनुअल प्राइज डिसट्रीब्यूशन फंक्शन

जालंधर (ब्यूरो) एपीजे स्कूल महावीर मार्ग में प्राइमरी स्तर का एनुअल प्राइज डिसट्रीब्यूशन फंक्शन ” *I’M POSSIBLE* ” बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । इसमें कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया । डॉ. धर्मेंद्र पुनिया “ऑफिस ऑफ इंडियन रिवेन्यू सर्विस 2012 बैच” बतौर मुख्य मेहमान इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने श्री एमपी शाह मेडिकल कॉलेज जामनगर से एमबीबीएस किया है। सूरत (गुजरात) में डिप्टी कमिशनर ऑफ इनकम टैक्स रह चुके हैं और वर्तमान समय में वह जॉइंट कमिशनर ऑफ इनकम टैक्स जालंधर के रूप में कार्यभार संभाल रहें हैं।

स्कूल पहुंचने पर मुख्य अतिथि जी का स्वागत एन .सी.सी कैडेट, गर्ल गाइड और बैंड समूह के विद्यार्थियों ने ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ से किया। सभागार में पहुंचने पर मुख्य अतिथि को स्कूल के प्रिंसिपल श्री गिरीश कुमार जी ने ‘बैम्बूशूट’ प्रदान कर औपचारिक स्वागत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम  “I’M POSSIBLE”  का प्रारंभ मुख्य अतिथि डॉ. धर्मेंद्र पुनिया तथा प्रिंसिपल श्री गिरीश कुमार जी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया । इस अवसर पर श्रीमती सुषमा खरबंदा और श्रीमती दीप्ति कौशल (मुख्य अध्यापिका एपीजे टांडा रोड) भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री आदित्य बर्लिया (को प्रमोटर एपीजे एजुकेशन एंड एपीजे सत्य एंड स्वर्ण  ग्रुप) जी ने की।दीप हमारी सभ्यता और संस्कृति की अलौकिकता का प्रतीक है, इससे अंधकार का नाश होता है और नवचेतना का प्रारंभ होता है। किसी शुभ कार्य में दीप प्रज्ज्वलन यह सुनिश्चित कर देता है कि प्रारंभ किया गया कार्य कुशलता पूर्वक समाप्त होगा और ज्ञान का संचार करेगा।

कार्यक्रम का आरंभ गणेश वंदना तथा दुर्गा स्तुति से हुआ । गणेश जी सुख, समृद्धि, वैभव एवं आनंद के देवता हैं इसलिए उनकी कृपा दृष्टि प्राप्त करने के लिए विद्यालय के नन्हे- मुन्ने बच्चों ने बड़े ही श्रद्धा भाव से गणेश वंदना प्रस्तुत की। मां दुर्गा दुष्ट प्रवृत्तियों का नाश करती है और सद्बुद्धि प्रदान करती है । मां सभी प्रकार के भय को दूर करती है इस भाव को दर्शाते हुए विद्यालय के विद्यार्थियों ने बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुति दी जिससे वहां का वातावरण भक्तिमय बन गया और सभी दर्शक भक्ति भाव से भावविभोर हो उठे। स्कूल प्रिंसिपल श्री गिरीश कुमार जी ने स्कूल की साल भर की उपलब्धियों को बताते हुए वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। उन्होंने बताया कि हमारे विद्यालय के विद्यार्थी  जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में अनेक पुरस्कार प्राप्त करते हैं।
 विद्यालय के छात्रों ने जब रैंप वॉक “शाबाशियां” प्रस्तुत किया तो सारे दर्शक उनसे बहुत प्रभावित हुए तथा तालियों से उनका उत्साह बढ़ाया। नन्हे-मुन्ने छात्र जब स्टेज पर चल रहे थे तो वह  प्रोफेशनल मॉडल से कम नहीं लग रहे थे। इन  बच्चों ने ना केवल फैशनेबल परिधान प्रदर्शित किए बल्कि यह भी दिखाया कि अगर किसी व्यक्ति को अचानक हार्ट-अटैक आ जाए तो उसकी कैसे जीवन संजीवनी रूपी सीपीआर के माध्यम से प्राणों की रक्षा की जा सकती है। सीपीआर की फुल फॉर्म ‘कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन’ है, जो हार्ट-अटैक से उत्पन्न  इमरजेंसी में अपनाई जाती है। इसके प्रयोग से कई लोगों का जीवन बचाया जा सकता है । इस प्रकार विद्यार्थियों ने रैंप वॉक के द्वारा ना केवल दर्शकों का मनोरंजन किया बल्कि उन्हें यह भी बताया कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हम किस प्रकार दूसरे लोगों के प्राणों की रक्षा भी कर सकते हैं।
मुख्य अतिथि ने सत्र (2021-22) के मेधावी छात्रों, खिलाड़ियों, सह पाठयक्रम गतिविधियों में अग्रणी रहे छात्र- छात्राओं को स्मृति चिन्ह प्रदान किए । मुख्य अतिथि ने पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी तथा रंगारंग कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों की बहुत प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि एपीजे संस्था विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए सराहनीय कार्य कर रही है। विद्यालय के संगीत विभाग के विद्यार्थियों ने “दूर है मंजिल रास्ता मुश्किल चलते जाना रे, दिल है छोटा सा छोटी सी आशा, रुक जाना नहीं तू कहीं हार के कांटो पे चलकर मिलेंगे साए बाहर के” गीत गाए तो सभागार में उपस्थित सभी दर्शक उनके सुर में सुर मिलाने लगे और उनकी बहुत प्रशंसा की।
मिस्टर आदित्य बर्लिया “को प्रमोट एपीजे एजुकेशन सोसाइटी” एंड “एपीजे सत्य एंड स्वर्ण ग्रुप”  ने इस कार्यक्रम में ऑनलाइन उपस्थित होकर भाग लिया तथा सभागार में उपस्थित सभी अभिभावकों को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि एपीजे विद्यालय क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए प्रतिबद्ध है और यह अपना कार्य पूर्ण निष्ठा से करता आ रहा है और भविष्य में भी सफलता की ऊंचाइयों को  प्राप्त करता रहेगा।
इस अवसर पर एपीजे संस्थापक डॉ सत्यपाॅल, वर्तमान अध्यक्षा ( एपीजे एजुकेशन सोसाइटी) श्रीमती सुषमा पाॉल बर्लिया के जीवन की यात्रा “द जर्नी ऑफ ए लीडर” पर एक लघु फिल्म दर्शकों को दिखाई गई। अंग्रेजी नाटक “पैराडाइज़ रीगेन्ड” के द्वारा विद्यालय के  विद्यार्थियों ने यह संदेश दिया कि मनुष्य ने इस धरती को अपने स्वार्थ के कारण बहुत बर्बाद कर दिया है और अब वह समय आ गया है कि हम इस धरती की रक्षा करें तथा आने वाली पीढ़ियों के जीवन के लिए इसे सहज और संजोकर बचाए रखें।
इसके पश्चात मेकिंग ऑफ “I’M POSSIBLE” दिखाया गया इसमें दर्शाया गया कि किस प्रकार  विद्यालय के विद्यार्थियों और अध्यापकों ने दिन रात एक करके इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अपना योगदान दिया है। इसके पश्चात विद्यालय के वाइस प्रिंसिपल श्री वी के खन्ना जी ने आए हुए अतिथियों और अभिभावकों का धन्यवाद किया, जिनकी उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को सफल बनाया।

भारत विभिन्नताओं का देश है। यहां पर विभिन्न राज्य में विभिन्न भाषा, विभिन्न नृत्य, विभिन्न वेशभूषा आदि पाई जाती है, परंतु फिर भी इतनी विभिन्नताओं के होते हुए भी भारत में एकता पाई जाती है, इसी भाव को दर्शाते हुए विद्यालय के नृत्य विभाग के विद्यार्थियों ने पंजाब, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान पर आधारित “फ्यूजन डांस” प्रस्तुत किया। इस नृत्य में एक प्रदेश के संगीत पर दूसरे प्रदेश की नृत्य शैली प्रस्तुत की गई। जिसे देख दर्शक झूम उठे।विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री गिरीश कुमार जी ने मुख्य अतिथि जी को  स्मृति चिन्ह प्रदान किया तथा कार्यक्रम में उपस्थित होकर इस की शोभा बढ़ाने के लिए धन्यवाद किया। अंत में कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।