जालंधर (ब्यूरो): पंजाब विधानसभा का स्पेशल सेशन कुछ देर में शुरू होने वाल है। पंजाब सरकार के मंत्री और विधायक विधानसभा पहुंच गए हैं। वहीं सेशन के हंगामेदार रहने के आसार हैं। अकाली दल के नेताओं और समर्थकों ने पंजाब विधानसभा की ओर कूच करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें हाईकोर्ट चौक पर ही रोक लिया। विरोध प्रदर्शन तेज होने पर पुलिसकर्मी सभी अकाली नेताओं और कार्यकर्ताओं को गाड़ियों में डालकर दूर ले गई।
गवर्नर को दिए जवाब में AAP ने सेशन का एजेंडा GST, बिजली और पराली के मुद्दे बताए, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि AAP इसकी आड़ में विश्वास प्रस्ताव ला सकती है। इसी कारण सेशन में हंगामा होने की आशंका है। AAP ने 22 सितंबर को स्पेशल सेशन बुला कर विश्वासमत साबित करने की तैयारी की थी, लेकिन 92 विधायक होने के बावजूद विश्वास प्रस्ताव लाने को असंवैधानिक बताते हुए पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुराहित ने सेशल बुलाने की मंजूरी नहीं दी थी। इसके बाद AAP ने अपने प्लान में फेरबदल किया और 27 सितंबर को GST, बिजली और पराली के मुद्दे पर सेशन बुलाने की तैयारी की।
सेशन से पहले बुलाई कैबिनेट मीटिंग
गवर्नर ने AAP द्वारा सेशन बुलाए जाने का एजेंडा बताने पर इसकी मंजूरी दी, लेकिन AAP ने सेशन से पहले सोमवार को कैबिनेट की मीटिंग की। माना जा रहा है कि AAP भाजपा पर ऑपरेशन लोटस के आरोप लगा कर बहस करवाएगी। AAP भाजपा पर लगातार यह आरोप लगाती रही है कि दिल्ली के बाद पंजाब में AAP के विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए का लालच देकर खरीदने के प्रयास किए गए। इस मुद्दे पर विधानसभा के हंगामेदार रहने के आसार हैं।
सेशन को लेकर 2 बार CM- गवर्नर में तकरार
AAP ने पहले 22 सितंबर को विश्वासमत साबित करने के लिए सेशन बुलाया, लेकिन AAP के 92 विधायक होने के बावजूद महज विश्वासमत साबित करने के लिए सेशन बुलाने को पंजाब के गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित ने असंवैधानिक बताया। इसके बाद AAP के मंत्रियों ने पंजाब गवर्नर पर भाजपा के इशारे पर काम करने के आरोप लगाए। CM मान ने भी अपनी नाराजगी दिखाई और गवर्नर पर छींटाकशी का दौर जारी रहा।
गवर्नर ने CM को पढ़ाया संविधान का पाठ
सेशन की नामंजूरी के बाद AAP द्वारा लगाए जा रहे आरोपों का जवाब पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने CM भगवंत मान को संविधान का पाठ पढ़ा कर दिया। उन्होंने CM को लेटर लिखा और उसमें संविधान के आर्टिकल नंबर-167 व 168 को पढ़ने को कहा, ताकि CM स्पेशल सेशन बुलाने के अपने अधिकारों और कर्तव्यों को समझ सकें। गवर्नर ने आशा जताई कि संविधान पढ़ने के बाद उनके लिए CM की राय में बदलाव जरूर आएगा।
AAP के पैदल मार्च व नारेबाजी के बाद मंजूरी
AAP ने 22 सितंबर का सेशन नामंजूर होने पर विधानसभा परिसर से मुख्य चौक तक पैदल मार्च निकाल कर विरोध जताया। भाजपा व कांग्रेस मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। इसके बाद AAP ने 27 सितंबर को सेशन बुलाने की बात कही, लेकिन पंजाब गवर्नर ने सेशन का एजेंडा पूछा तो फिर से उन पर आरोप लगाए गए। AAP ने सेशन का एजेंडा GST, बिजली और पराली पर चर्चा करना बताया। इसके बाद गवर्नर ने सेशन बुलाने की मंजूरी दी।