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अटारी बॉर्डर पर राखी का त्योहार सरहद पर डटे जवानों को बांधी राखियां BSF ने देश को दिया सुरक्षा करने का प्रण

जालंधर (ब्यूरो): भारत-पाकिस्तान के बीच बनी अटारी सरहद पर गुरुवार को राखी का त्योहार मनाया गया। इस दौरान एक विशेष कार्यक्रम भी हुआ, जिसमें देश की सुरक्षा पर डटे जवानों को महिलाओं ने राखी बांधी। इस दौरान सिर्फ पुरुष ही नहीं, महिला जवानों को भी सभी ने राखियां बांध धन्यवाद कहा।

अटारी बॉर्डर पर राखी के त्योहार के दौरान विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शहर के विभिन्न स्कूलों के बच्चे, पूर्व सेहत मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला और महाराष्ट्र से संस्कार प्रतिष्ठान से महिलाएं पहुंची। स्कूली बच्चों ने गिद्दा डाल BSF जवानों का धन्यवाद किया। देश की रक्षा में डटे जवान, जो राखी पर अपने घरों तक नहीं पहुंच पाए, की कलाइयों पर सभी ने राखी बांधी। जो कलाइयां एक-एक राखी के लिए तरस रही थी, उन पर 5 से 10 राखियां बंधी हुई थी।

जवानों ने दिया 24 घंटे सुरक्षा का वचन इस दौरान सिर्फ पुरुष जवान ही नहीं, महिला जवानों को भी राखियां बांधी गई। BSF जवानों ने प्रण दिया कि वे 24 घंटे देश की सुरक्षा करेंगे। वे सरहद पर डटे हैं, ताकि देश के लोग सुरक्षित अपने घरों में रह सकें। राखी बंधवाना उनके लिए भावुक पल था। कई जवानों ने इस दौरान वीडियो कॉल कर अपनी बहनों को इस दिन की शुभकामनाएं भी दी।

6385 किमी. लंबी सरहद की रक्षा करती है BSF देश ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी फोर्स मानी जाती है। इस समय BSF की तकरीबन 200 बटालियन हैं, जो 6,385.39 कि.मी. लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा करती है। भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लोदश बॉर्डर पर महिला जवानों को भी तैनात किया गया है। BSF में कुल फोर्स के मुकाबले महिलाओं की संख्या 3 फीसदी ही है, लेकिन वे भी सरहद पर कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहती हैं।