मान्यवर प्रर्वतन निदेशालय (ED) ने रेत खनन मामले में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से छह घंटे तक पूछताछ की। ED के अधिकारियों ने पुष्टि करते हुए बताया कि पूर्व CM ने बुधवार रात धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत बयान दर्ज करवाए हैं। पूछताछ में चन्नी से हनी के साथ की गई यात्राओं के बारे में सवाल किए गए।
गौरतलब है कि इससे पहले निदेशालय ने चन्नी के भांजे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी पर शिकंजा कसते हुए कार्रवाई की थी। विधानसभा चुनावों से कुछ दिन पहले उसे गिरफ्तार किया था। वहीं सरकार में रहते पूर्व CM चन्नी भी बार-बार समन के बावजूद ED के सामने पेश नहीं हुए थे। अब सत्ता और पद जाने के बाद मिले समन पर सीधे निदेशालय के जालंधर कार्यालय पहुंच गए। अप्रैल के शुरू में ही हनी और इस मामले में नामजद अन्य लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है।
ED अधिकारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से हनी और अन्य लोगों के साथ उनके संबंधों और मुख्यमंत्री कार्यालय में उनके भतीजे की कुछ यात्राओं के बारे में पूछताछ की। साथ ही सूत्रों के मुताबिक उनसे राज्य में अवैध बालू खनन अभियान के तहत कुछ अधिकारियों के तबादले और पदस्थापना के आरोपों के बारे में भी पूछताछ की गई।
हनी और उसके पार्टरनर के घर से मिले थे करोड़ों रुपये रेत खनन माफिया से धन शोधन मामले में ईडी ने कार्रवाई करते हुए 18 जनवरी को हनी और अन्य पर छापा मारा था। हनी के परिसर से ईडी ने लगभग 7.9 करोड़ रुपये कैश और संदीप कुमार से लगभग 2 करोड़ रुपये जब्त किए थे। ED अधिकारियों ने कहा था कि उन्होंने तलाशी के दौरान कुदरतदीप सिंह, भूपिंदर सिंह (हनी), हनी के पिता संतोख सिंह और संदीप कुमार के बयान दर्ज किए। यह पता चला कि जब्त 10 करोड़ रुपये भूपिंदर सिंह पुत्र संतोख सिंह के थे। हनी, कुदरतदीप सिंह और संदीप कुमार ‘प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड’ नामक कंपनी के निदेशक बताए जाते हैं, जिस पर जनवरी में प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा था।
हनी ने माना ट्रांसफर और पोस्टिंग की एवज में ली रकम रिमांड के दौरान ईडी ने दावा किया था कि भूपिंदर सिंह हनी ने स्वीकार किया है कि उसने रेत माफिया से मनपसंद अधिकारियों की नियुक्ति और ट्रांसफर के बदले में 10 करोड़ रुपए लिए थे। इसके लिए उसने अपने रिश्तेदार मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नाम का इस्तेमाल किया।
एजेंसी के अनुसार, हनी अपनी गिरफ्तारी से पहले पूछताछ के लिए उनके सामने पेश हुआ था। उसने अपना बयान दिया था, इसमें अन्य बातों के साथ-साथ हनी ने कहा था कि वह खनन से संबंधित गतिविधियों में शामिल है। वहीं कुछ अहम सवालों पर उसने टालमटोल का रुख अपनाया।