मान्यवर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की अगुवाई में किसानों ने मोहाली में प्रदर्शन शुरू कर दिया है। किसानों का कहना है कि उनकी कई मांगें अभी तक पूरी नहीं हुई हैं। किसान आंदोलन के खत्म होने के बाद पहली बार यह प्रदर्शन हो रहा है। किसान 2 बजे तक मोहाली में धरना देंगे। तब तक कोई बड़ा अफसर नहीं पहुंचा तो वह पंजाब और हरियाणा गवर्नर के आवास की तरफ कूच करेंगे।
यह हैं किसानों की मांगें
- PM नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि MSP पर कमेटी बनाएंगे। जिसमें किसान संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसको इतने महीने बीत चुके हैं लेकिन कुछ नहीं हुआ।
- लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को अभी तक नहीं हटाया गया। उसके बेटे को भी जमानत मिल चुकी। गवाह बने किसानों को धमकाया जा रहा है।
- पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड में सिख इतिहास से छेड़छाड़ की जा रही है। इसको लेकर विरोध हुआ लेकिन इंसाफ नहीं मिल रहा है।
- भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड को तोड़ा जा रहा है। पहले चेयरमैन पंजाब और मेंबर हरियाणा से होते थे। अब केंद्र सबके अधिकार छीन रही है। वहां डैमों पर पंजाब की सिक्योरिटी होती थी, लेकिन अब सब केंद्र के हाथों में जा रहा है।
प्रशासन ने नहीं मानी बात लक्खोवाल किसान नेता हरिंदर सिंह लक्खोवाल ने कहा कि हमने प्रशासन के साथ मीटिंग की थी। जिसमें बताया कि यहां करीब 10 से 15 हजार किसान इकट्ठा होंगे। हमने पंजाब और हरियाणा के गवर्नर को यहां आकर मांग पत्र लेने को कहा था।
प्रशासन ने कहा कि ऐसा संभव नहीं है। फिर हमने हर संगठन के एक प्रतिनिधि को मांग पत्र देने के लिए जाने की इजाजत मांगी थी। हालांकि प्रशासन इसके लिए तैयार नहीं हुआ। अब आगे क्या करना है, इसको लेकर थोड़ी देर में राकेश टिकैत की अगुवाई में मीटिंग होगी। उसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में आगे के कदम के बारे में फैसला लिया जाएगा।