मान्यवर ग्रहण किए 2 दिन बीत चुके हैं। इसके बावजूद अभी तक वह बिना विभाग के ही काम कर रहे हैं। सबसे ज्यादा माथापच्ची शिक्षा और सेहत मंत्रालय को लेकर हो रही है। आम आदमी पार्टी की सबसे बड़ी राजनीतिक मजबूती स्कूल और अस्पताल हैं। ऐसे में यह विभाग किसे दिए जाएं, इसको लेकर मंथन चल रहा है।
वहीं CM भगवंत मान की सरकार में सभी 10 विधायक पहली बार मंत्री बने हैं। वहीं 8 मंत्री तो विधायक भी पहली बार बने हैं। इसलिए उनके अनुभव की भी टेंशन हो रही है। 117 सीटों में से 92 सीटें जीतने के बाद AAP पर न केवल परफार्मेंस की टेंशन है बल्कि दिल्ली के बाद पंजाब के रास्ते ही उन्हें आगे गुजरात, हिमाचल और हरियाणा जैसे राज्यों के चुनाव में उतरना है।
गृह, माइनिंग और कृषि CM रखेंगे
सूत्रों के मुताबिक पंजाब में गृह यानी पुलिस, विजिलेंस, माइनिंग, कृषि जैसे बड़े विभाग मुख्यमंत्री के पास ही रहेंगे। मान सरकार में सबसे बड़े दलित चेहरे हरपाल चीमा को लोकल गवर्नमेंट दी जा सकती है। उन्होंने कल पहले नंबर पर मंत्री पद की शपथ ली। इसके अलावा होशियारपुर से मंत्री बनाए ब्रह्मशंकर जिंपा को इंडस्ट्री विभाग मिल सकता है। शिक्षा को लेकर मान सरकार केजरीवाल के करीबी हरजोत बैंस को जिम्मेदारी दी जा सकती है। सेहत के लिए मानसा के डॉ. विजय सिंगला का नाम चर्चा में है।
7 मंत्रियों के लिए अभी भी जगह
पंजाब में मुख्यमंत्री समेत 18 मंत्री बन सकते हैं। इनमें भगवंत मान सीएम बन चुके हैं। इसके अलावा 10 मंत्रियों ने कल शपथ ले ली। हालांकि अब 7 मंत्रियों की जगह बची है। यह पद आप सरकार कब भरती है, इसको लेकर सबकी नजर है।