मान्यवर:-रेवाड़ी में टावर लगाने के नाम पर लोगों को ठगने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके पास से 29 लाख रुपये भी बरामद हुए हैं। आरोपी की गिरफ्तारी साइबर पुलिस ने की है। पत्रकारों को जानकारी देते हुए डिप्टी एसपी मोहम्मद जमाल ने बताया जब आरोपी ने लोगों को ठगना शुरू किया तभी से वह पुलिस के निशाने पर आ गया था। उन्होंने बताया कि उसका काम ही ऑनलाइन लोगों को जाल में फंसाकर ठगी करने का रहा है।
साइबर थाना पुलिस के अनुसार आरोपी आशीष हिसार की देव वाटिका के मकान नंबर-97ए का रहने वाला है। उसने जुलाई 2021 में रेवाड़ी के गांव मुमताजपुर निवासी रविंद्र कुमार से फोन के जरिए संपर्क कर उसकी जमीन पर मोबाइल टावर लगवाने का झांसा दिया था। कई बार हुई बातचीत के बाद रविंद्र उसके जाल में फंस गया। आरोपी ने उससे ऑनलाइन करीब साढ़े 7 लाख रुपये ऐंठ कर अपना फोन बंद कर दिया। खुद को बैंक अधिकारी बताकर आशीष काफी लोगों के साथ इसी प्रकार की ठगी कर चुका है। रविंद्र ने आरोपी के खिलाफ 7 जुलाई को साइबर थाना में केस दर्ज कराया था।
शुरूआती पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि उसे बुलेट बाइक रखने का शौक है। ठगी की रकम के जरिए कुछ समय पहले ही उसने डेढ़ लाख रुपये कीमत की बाइक खरीदी थी। इतना ही नहीं वह पत्नी व परिजनों के लिए काफी महंगे जेवरात भी ठगी की रकम से खरीदे हैं। आरोपी से 10 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं, जिनमें 3 मोबाइल फोन उसने रविंद्र के साथ ठगी में इस्तेमाल किए हैं। इसके अलावा आरोपी से 1 लैपटॉप, 6 एटीएम कार्ड, 2 बैंक खातों की पासबुक के अलावा चेकबुक बरामद की गई है। इसके अलावा रविंद्र से ठगे साढ़े 7 लाख के अलावा 21 लाख 50 हजार रुपये बरामद किए हैं।
आरोपी को गिरफ्तार करना इतना आसान नहीं था लेकिन साउथ रेंज रेवाड़ी साइबर थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए ऐसा जाल बिछाया, जिसके जरिये वह लोगों के साथ ठगी करता था। आरोपी आशीष फोन के जरिये ही लोगों को निशाना बनाता था और पुलिस ने भी उसे फोन के जरिये ही गिरफ्तार किया है। सूत्रों के अनुसार जिस मोबाइल को उसने ठगी में यूज किया, उसके जरिए ही पुलिस उसके पास तक पहुंची। पुलिस के अनुसार आरोपी ने आधा दर्जन से ज्यादा ठगी की वारदात की हुई है। पूरा रिकॉर्ड चेक किया जा रहा है। रिमांड के दौरान ही पूरी जानकारी मिल सकती है।