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ACFA observed 'World Suicide Prevention Day'

एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइंन आर्ट्स जालंधर में ‘वर्ल्ड सुसाइड प्रीवेंशन डे’ पर विद्यार्थियों को किया गया जागरूक || ACFA observed ‘World Suicide Prevention Day’

 

एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर के साइकोलॉजी विभाग के साइकोलॉजी फोरम द्वारा ‘वर्ल्ड सुसाइड प्रीवेंशन डे’ के अवसर पर ‘इंटरवेंशन एंड स्ट्रैटेजिस फॉर सुसाइड प्रीवेंशन’ पर एक दिवसीय वर्कशाप एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज का युवा वर्ग बहुत ही महत्वाकांक्षी, संवेदनशील और कम ही समय में बहुत ज्यादा पैसा बनाने की चाह रखने वाला है; उन्होंने कहा कि वे लोग जीवन में आने वाली मुश्किलों और असफलता का सामना करने के लिए कई बार अपने आप को असफल पाते हैं तो इसलिए कई बार अपनी जिंदगी में गलत निर्णय भी ले लेते हैं। इसीलिए समय-समय पर विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए हम संवेदनशील विषयों पर वर्कशॉप्स या अतिथि व्याख्यान करवाते ही रहते हैं ताकि विद्यार्थियों को जीवन के महत्त्व के प्रति जागरूक किया जा सके और गुणवत्ता पूर्ण जिंदगी जीने के लिए उत्साहित किया जा सके। इस वर्कशॉप में स्रोत वक्ता के रूप में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से डिप्टी काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट सुश्री दामिनी तिवारी उपस्थित हुई, मैडम तिवारी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आत्महत्या करना और आत्महत्या का प्रयास करना दोनों में फर्क है अगर आत्महत्या करने के विचार कभी भी मन में आए तो हमें जल्दी से जल्दी साइकोलॉजिस्ट के पास जाकर थेरेपी लेनी चाहिए और अपने मन के भाव अपने किसी दोस्त या किसी परिवार के सदस्य के साथ जरूर सांझा करना चाहिए यदि आत्महत्या के बारे में सोचने वाले व्यक्ति को भावनात्मक सहयोग या अपनेपन का भाव मिल जाए तो वह इस आत्महत्या जैसी बुराई से से छुटकारा पा सकता है, उन्होंने यह भी कहा कि आत्महत्या के प्रयास करने वाले व्यक्ति को कई बार उसके आसपास के लोग बार-बार लेबलिंग की कोशिश करते हैं जिससे वह फिर से निराशा के गर्त में डूब जाता है। मैडम तिवारी ने कहा इसलिए जरूरी है कि एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए आप अच्छे दोस्त बनाएं और सकारात्मक विचारों को ही अपने दिमाग में जगह दें तभी आप आत्महत्या जैसी गलत सोच से बच सकते हैं। इस अवसर पर करवाई गई पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में अहाना ने प्रथम स्थान, गुरसिमरन एवं दीया तलवार ने द्वितीय तथा तमन्ना महाजन ने तृतीय स्थान हासिल किया। साइकोलॉजी फोरम की अध्यक्ष गुरसिमरन ने सभी का आभार व्यक्त किया। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने वर्कशॉप की सफलता के लिए साइकोलॉजी विभाग की
प्राध्यापिका निहारिका एवं मैडम हरप्रीत कौर के प्रयासों की सराहना की।

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