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Apeejay College of Fine Arts, Jalandhar create awareness about the harms of burning crop residues

एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्टस जालंधर में फसल अवशेष (पराली)को जलाने के प्रति विद्यार्थियों को किया गया सचेत || Apeejay College of Fine Arts, Jalandhar create awareness about the harms of burning crop residues

एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स जालंधर में 'डॉक्टर्स फॉर क्लीन एयर एंड क्लाइमेट एक्शन(Doctors for clean your and climate action) अथवा लंग केयर फाउंडेशन(Lung care foundation) के संयुक्त तत्वावधान में एनएसएस विंग के विद्यार्थियों के लिए पर्यावरण के संरक्षण एवं रखरखाव के लिए अतिथि व्याख्यानों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉ नीरजा ढींगरा ने कहा कि जिस तरह से पर्यावरण असंतुलन एवं ग्लोबल वार्मिंग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक ज्वलंत समस्या बन कर मानवीय अस्तित्व के लिए एक चुनौती बन गई है तो ऐसी स्थिति में युवाओं को इस समस्या से न केवल अवगत करवाना ही हमारी जिम्मेदारी है बल्कि इससे कैसे बचा जा सकता है उनको यह बताना भी हमारा ध्येय होना चाहिए। डॉक्टर कार्मिन उप्पल ने विद्यार्थियों को बताया कि कैसे हमारे फेफड़े पैदा होते हुए हल्के गुलाबी रंग के होते हैं लेकिन प्रदूषण की वजह से इनका रंग भी काला होता जा रहा है विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर हवा के प्रदूषण का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। डॉक्टर पीएस बख्शी ने कहा की फसल अवशेष को जलाने से पहले तो आसपास के लोग प्रभावित होते हैं तत्पश्चात उससे मिट्टी की उर्वरता और नमी भी खत्म हो जाती है और उसे मिट्टी में रहने वाले अनगिनत जीव समाप्त हो जाते हैं जिससे की मिट्टी का इकोसिस्टम खराब होता है, उन्होंने बताया कि उन्होंने बाजड़ा (BAJDA)गांव में किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित किया है और अब वहां के लोग बिना पराली जलाए ही फसल उगाते हैं जो कि आज के बाकी गांव के लिए एक आदर्श है। श्री राजीव खुराना ने कहा कि हवा और पानी तो कुदरत के दिए हुए मुफ्त अनमोल तोहफे हैं बोतल में बंद करके पानी बेचना और ऑक्सीजन सिलेंडर बेचना तो मल्टीनेशनल कंपनी का पैसा कमाने का ज़रिया है, उन्होंने कहा की पूजा के वक्त हम जो कपूर जलाते हैं उससे भी हवा प्रदूषित होती है उन्होंने विद्यार्थियों को ऐसीएफए(ACFA)का एक्रोनीम बताते हुए कहा कि A=awareness,C=Challenges,F=Future vision,A=Action यानी आप सभी भविष्य में आने
वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए सक्षम है और इस तरह से अपनी कर्मण्यता से आप समाज में सकारात्मक बदलाव भी ला सकते हैं। डॉक्टर फॉर क्लीन एयर एंड क्लाइमेट एक्शन के सदस्यों ने प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा को जीवन भर की सदस्यता प्रदान तथा की और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। डॉक्टर ढींगरा ने इस कार्यक्रम की अपार सफलता के लिए एनएसएस की डीन डॉ सिम्की देव के प्रयासों की सराहना की।

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