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एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में श्रीमती राजेश्वरी पाॅल जी की 99वीं जयंती पर उनको अर्पित की गयी पुष्पांजलि

जालंधर (ब्यूरो):- एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में एपीजे सत्या ग्रुप की प्रथम महिला श्रीमती राजेश्वरी पाॅल जी की 99वी जयंती पर उनको पुष्पांजलि अर्पित की गई। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने इस अवसर पर एपीजे सत्या यूनिवर्सिटी की चांसलर श्रीमती सुषमा पॉल बर्लिया का संदेश पढ़ते हुए कहा कि एपीजे एजुकेशन के संस्थापक अध्यक्ष मेरे पिता एवं मेरी माता श्रीमती राजेश्वरी पॉल न केवल कला के विभिन्न रूपों को प्रेम करने वाले,भारतीय कला एवं संस्कृति के संरक्षण, प्रचार एवं प्रसार के लिए तत्पर, सादा जीवन उच्च विचार को जीवन में अपनाने वाले, सब में निःस्वार्थ प्रेम बांटने वाले तथा दयालु प्रवृत्ति के इंसान थे; उन्होंने कहा मेरी माता श्रीमती राजेश्वरी पॉल न केवल अच्छी कत्थक नृत्यांगना थी बल्कि वह तैराकी में भी निष्णात थी उन्हीं की प्रेरणा से डॉ सत्यपाल जी ने राजेश्वरी कला संगम की स्थापना की ताकि कला जनमानस तक पहुंच सके वही राजेश्वरी कला संगम आज एपीजे कॉलेज के रूप में परफॉर्मिंग आर्ट्स एंड विजुअल आर्ट्स की खुशबू को चारों और बिखेर कर उनके सपनों को साकार कर रहा है।

प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि न केवल हमारे टीचर्स बल्कि विद्यार्थी भी डॉ सत्यपाॅल जी एवं श्रीमती राजेश्वरी पाॅल जी की धरोहर को आत्मसात करते हुए निरंतर सख्त मेहनत करते हुए कला की खुशबू को पूरे भारत में फैला रहे हैं। इस अवसर पर म्यूजिक विभाग के विद्यार्थियों तनिष्क अरोड़ा, दीपाली, नरगिस, जसलीन,शिवम एवं हरसिफत ने कल्चर कोऑर्डिनेटर डॉ अरुण मिश्रा के निर्देशन में भजन एवं कव्वाली गाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। म्यूजिक इंस्ट्रुमेंटल विभाग के विद्यार्थियों संदीप सिंह ने दिलरुबा, सहज ने सितार एवं अमन ने तबले पर साथ देते हुए अहीर भैरव राग की संगीतमय प्रस्तुति की। बीवाॅक कंटेंपरेरी फॉर्म ऑफ डांस के विद्यार्थियों हितिन खुराना,रिद्धिमा एवं गार्गी ने इंडियन क्लासिकल नृत्य की शानदार प्रस्तुति करते हुए राजेश्वरी पाॅल जी को श्रद्धांजलि दी। फाइन आर्ट्स विभाग के विद्यार्थियों ऩदिनी, जसप्रीत कौर, सिमरन, हरमनदीप एवं अरुणपुरी ने राजेश्वरी पॉल का पोट्रेट बनाकर उनकी याद को सहेजा। इस कार्यक्रम की अपार सफलता के लिए प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने डीन फंक्शन डॉ मोनिका आनंद एवं डॉ सीमा शर्मा के प्रयासों की भरपूर सराहना की।