अमृतसर में 12 साल की बच्ची बनी मां GNDH की बेबे नानकी वार्ड में दिया बच्चे को जन्म; परिवार ने दुष्कर्म की आशंका जताई

जालंधर (ब्यूरो):- पंजाब के अमृतसर में शर्मसार करने वाली घटना सामने आयी है। एक 12 साल की बच्ची ने बच्चे को जन्म दिया है। परिवार फगवाड़ा का है और बच्ची की तबीयत खराब होने के बाद उसे अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में लाया गया। बच्ची व बच्चे दोनों की सेहत का ध्यान रखने के लिए डॉक्टरों की टीम जुटी हुई है। फगवाड़ा पुलिस की टीम भी मामले की जांच में जुट गई है।

बच्ची का पिता पीड़ित को बीते दिन अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में बेबे नानकी वार्ड में लेकर आया था। उसे पेट में दर्द की शिकायत के बाद एडमिट किया गया। लेकिन जब जांच की तो पता चला कि बच्ची प्रेग्नेंट है। पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद फगवाड़ा पुलिस को जांच के लिए बुलाया गया।

सुबह बच्ची की डिलीवरी की गई। डॉक्टर्स की टीम ने बच्ची व उसके बच्चे की देखरेख के लिए संस्था हिंद समाज ऐकता के साथ संपर्क किया। हिंद समाज ऐकता के पदाधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि बच्ची के पिता के अनुसार वह बीते 7 महीने बच्ची के पेट में दर्द के बाद पेटदर्द की ही दवा देता रहा। उसे भी गुरु नानक देव अस्पताल आकर ही पता चला कि बच्ची प्रेग्नेंट है।

बच्ची ने बताया मां साथ नहीं रहती

संस्था की महिला सदस्य कुमारी ज्योति डिम्पल को पीड़िता ने बताया कि बच्ची की मां साथ नहीं रहती है। दो साल पहले ही वह उसे छोड़ कर चली गई थी। बच्ची को बहुत अधिक डराया गया था, इसीलिए वह आोपियों के बारे में व उसके साथ हुए गलत काम के बारे में पिता को नहीं बता सकी।

पीड़िता के साथ यह काम किसने किया, वह उसे जानती नहीं है, लेकिन देखकर उसे पहचान सकती है। पीड़िता ने बताया कि उसके साथ यह हरकत शौच जाते समय हुई है। परिवार अत्यंत गरीब परिवार से है, जिस कारण वह घर से बाहर ही शौच के लिए जाया करते थे।

हिंद समाज एकता के पदाधिकारी संतोष कुमार

बच्चे का वजन महन 800 ग्राम

पैदा हुए बच्चे की स्थिति अभी नाजुक है। वे अंडर वेट है। उसका वजन महज 800 ग्राम है। फिलहाल बच्ची को ICU में रखा गया है। वहीं पीड़िता की हालत भी नाजुक है।

पुलिस ने बयान दर्ज किए

फगवाड़ा पुलिस ने अमृतसर पहुंच पीड़ित बच्ची के बयान दर्ज कर लिए हैं। पुलिस ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। परिवार व संस्था के पदाधिकारियों ने जल्द आरोपियों को पकड़ने की मांग उठाई है।