जालंधर (ब्यूरो):-जिससे मरीज सामान्य तरीके से अपना जीवन जी सके। 5-10% रोगियों को इलाज के बाद भी परेशानी हो सकती है, चाहे सर्जरी या प्रोस्टेट धमनी रोड़ा के साथ इलाज किया गया हो। यदि दर्द फिर से हो तो प्रोस्टेट धमनी एम्बोलिज़ेशन (PAE) दोहराया जा सकता है।
आपको यह जानकर बेहद खुशी होगी कि डॉ. रमन चावला और उनकी टीम ने पांच साल पहले अपने इलाके में यह इलाज शुरू किया था और अब तक वे केयरमैक्स अस्पताल में कई मरीजों का सफल इलाज कर चुके हैं। केयरमैक्स अस्पताल की पूरी टीम आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए ईश्वर से प्रार्थना करती है, और आपकी सेवा में है।