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जालंधर जिमखाना क्लब भ्रष्टाचार या सोची समझी साजिश ?????

 

जालंधर (न्यूज़ डेस्क):- वैसे तो जालंधर की हाई-फाइ सोसाइटी जालंधर जिमखाना अपने अच्छी कामों के लिए बहुत मशहूर है लेकिन राजनैतिक पेच फसता नजर आ रहा है और हाई-फाइ लोगो की बाते अब समझ से बाहर होने लगी है डेवलपमेंट चार्ज डालकर संदीप बहल कुक्की ने एक नया राग अलाप दिया है, लेकिन अब यह अलाप बिगड़ता हुआ महसूस हो रहा है नई टीम ने आते ही बाते तो बड़ी बड़ी की लेकिन आते ही 2400 रुपये सालाना सब्सक्रिप्शन फीस बढ़ा दी और लगभग डेढ़ महीना पहले इन्होने 2000 रूपये + 360 GST डेवलपमेंट चार्ज डालकर 2360 रुपये का बोझ ओर मेम्बरो पर डाल दिया ये लगभाग 2 करोड़ से ज्यादा की रकम हो जाती है ओर ये मेम्बरो से ले चुके है जिसका ये कोई कारण बनता नजर नहीं आ रहा है। सीधे सीधे कहे ये 2 करोड़ रुपये कहा गया इसके बारे मे टीम हिसाब देने से कतरा रही है क्योंकि इनके खिलाफ एक लॉबी तैयार हो गयी है जिन्होंने क्लब के प्रेजिडेंट से मिलकर एक चिठ्ठी भी दी है जोकि पिछले दिनों मीडिया मे भी आ गयी अब जानने की बात यह है आखिर 2 करोड़ का इस्तेमाल आखिर कहाँ कहाँ किया गया है ।क्लब के पास पहले ही 9-10 करोड़ रुपये लगभग की FD है, चाहते तो उसको इस्तेमाल कर सकते थे। उधर कुक्की बहल ने कहा की क्लब चलना मुश्किल हो रहा है तनख्वाये बढ़ानी पड़ी है, खर्चे बढ़ रहे है।

RS नाम के ठेकेदार की सेटिंग पक्की 

अब बात पहले जैसे नहीं रही उक्त कामों मे जो थोड़े बहुत काम हुए है क्लब के ही मेंबर ओर ठेकेदार RS का नाम लोग प्रमुखता से ले रहे है कहते है की सेक्रेटरी कोई भी बने उनकी सेटिंग पक्की है RS बहुत विवादों वाला व्यक्ति है ओर क्लब के ठेके या काम उसी से करवाए जाते है, जबकि क्लब का कोई भी काम करने से पहले सही तरह टेंडर अलॉट किया जाना चाहिए।

संदीप कुक्की बहल ऑडिट के लिए तैयार 

एक विधरोह का माहौल बनता जा रहा है लोग दबी जबान मे बाते कर रहे है की कही यह मुद्दा भ्रष्टाचार से तो नहीं जुडा हुआ (अभी हम इस बात की पुष्टि नहीं करते) ऐसा कहा जा रहा है की इस तरह की बाते करने लगे है की क्यों ना क्लब का ओपन ऑडिट करवाया जाए जिससे दूध का दूध ओर पानी का पानी हो सके बहुत से लोगो का ऐसा मानना है की अगर क्लब जो खर्चे कर रहा है। उसको मार्किट वैल्यू के हिसाब से ऑडिट करवाया जाये तो पता लग जाएगा की कहा कहा नाजायज खर्चे डाले गए है जबकि अभी ये बात खुलकर सामने नहीं आई है पर सभी मेंबर्स इस बारे मे बात करने लगे है, जब संदीप कुक्की बहल से बात की गयी तो उन्होंने कहा की मुझे किसी ऑडिट से इंकार नहीं है जो ऑडिट करवाना चाहते है वो आ कर मिले ऑडिट हो सकता है में हर समय ऑडिट के लिए तैयार हूं।

डेवलपमेंट चार्ज को ले कर विरोध 

तीसरा एक सबसे बड़ा मुद्दा जो डेवलपमेंट चार्ज दिए गए है ये एक ऐसे टोल टेक्स की तरह बन गया है जिसकी सड़क अभी तैयार भी नहीं हुई ऐसे चमत्कारी काम तो ये क्लब के टीम ही कर सकती है क्योंकि कहा जा रहा है की क्लब 40 लोगो के कब्जे मे आ गया है जो आपस मे इलेक्शन लड़ते है जो जीतता है वो अपना हुकुम चलाता है वैसे भी टीम पर बहुत इल्जाम लग रहे है कैट्रिन का मुद्दा बहुत ही ख़तरनाक स्तर पर पहुँच गया है, पुनीत सिक्का ओर निखिल सिक्का जो कैटरिंग चला रहे थे इलेक्शन के बाद उनकी हालत काफी सुधार गयी थी बहुत अच्छी कैटरिंग चल रही थी लेकिन ये एक राजनीति के कारण जो की वो तरुण सिक्का से जुड़े थे उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया ओर नया टोपाज नाम का कैटरेर लाया गया, जिसके खिलाफ शिकायते इतनी ज्यादा है की सेल 50% से भी नीचे चल रही है, लोगो ने क्लब मे आ कर खाना खाना बहुत ही कम कर दिया है, ऐसी बात क्लब के ही एक खास अंदर के मेंबर ने बताई है ओर यही नहीं हालत इतने खराब है की कोई कैटरेर क्लब का काम नहो करना चाहता, पीछे कुछ केटर को बुलाया गया था 2 ने तो काम करने से ही इंकार कर दिया। उनका भी ऐसा मानना था की क्लब मे राजनीति बहुत ज्यादा है कुल मिलाकर स्थिति यह है की हर चीज शक के दायरे मे है, लेकिन क्या क्लब के सेक्रेटरी बात तो करते हैं पर खुल कर सामने नहीं आते इंटरव्यू नहीं देना चाहते लगता है उन्हें डर है कहीं वह अपने ही जवाबों के घेरे में फसना जाए फिर भी अगर वह चाहे तो हम इंटरव्यू लेने के लिए तैयार हैं।

शेष अगले अंक में वीडियो देखना न भूले , कुछ सनसनीख़ेज़ खुलासे किये जायँगे