जालंधर (ब्यूरो):- रोडरेज केस 1988 में साढ़े 10 महीनों की सजा काट बाहर आए नवजोत सिंह सिद्धू की सुरक्षा कम करने पर उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर भड़क गई हैं। डॉ. नवजोत कौर ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को चेतावनी दी है कि अगर उनके पति को कुछ होता है तो वह सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे।
डॉ. नवजोत कौर ने सीएम भगवंत मान के नाम ट्वीट करके अपना गुस्सा जाहिर किया है। डॉ. नवजोत कौर ने कहा- माननीय मुख्यमंत्री, पंजाब। मेरे पति एक ऐसे नेता हैं जिनके बहुत सारे समर्थक हैं। पंजाब के प्रति अपने प्रेम के कारण वह दिन-रात यात्रा कर रहे हैं। गैंगस्टर लॉरेंस के एक भाषण में उनका जिक्र होने के बावजूद आपने उनकी सुरक्षा में कटौती की है।
किसी भी नुकसान के लिए आप सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे। आपने अपने प्रियजनों की सुरक्षा बढ़ा दी है, लेकिन आप दूसरों के प्रति भी जिम्मेदार हैं जो राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं और सच्चाई के मार्ग पर चलते हैं। अपने अहंकार को अपने दिमाग पर हावी न होने दें और गलत कार्य करने के लिए मजबूर न करें। वर्तमान स्थिति उनके लिए मुख्यमंत्री पंजाब के अनुकूल नहीं है।
2022 का लेटर भी किया पोस्ट डॉ. नवजोत कौर ने 2022 में लिखा गया एक सरकारी खत भी पोस्ट किया है। जिसमें साफ लिखा हुआ है कि नवजोत सिंह सिद्धू की Z+ सुरक्षा जेल में होने के कारण वापस ली गई है। जेल से निकलने के बाद उन्हें सुरक्षा लौटा दी जाएगी। लेकिन सिद्धू की सुरक्षा कम करके लौटाई गई है।
Z+ से घटा कर Y+ की गई सुरक्षा जेल से निकलते ही नवजोत सिंह सिद्धू की सिक्योरिटी Z+ से घटा कर Y+ कर दी गई है। जिसके बाद उन्होंने राज्य व केंद्र सरकार पर गुस्सा भी निकाला है। मिली जानकारी के अनुसार, पहले नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब में मंत्री होते हुए Y+ सिक्योरिटी ही दी गई थी, लेकिन कांग्रेस सरकार के समय केंद्र ने उन पर हमला होने की आशंका जाहिर की थी।
25 में से 13 ही मिले वापस जेल जाने से पहले नवजोत सिंह सिद्धू की सुरक्षा में 25 पुलिसकर्मी थे। जिनमें से अधिकतर ब्लैक कमांडो थे। लेकिन अब उनकी सुरक्षा में सिर्फ 13 लोग ही रह गए हैं। जेल से निकलने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू भी सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार पर भड़के थे। सिद्धू ने कहा वो मौत से नहीं डरते नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी सुरक्षा कम किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि वह संविधान को अपना ग्रंथ मानते हैं। तानाशाही की जा रही है, जो संस्थाएं संविधान की ताकत थी उन्हें गुलाम बनाया जा रहा है। वह मौत से घबराते नहीं हैं, वह जो भी कर रहे हैं, अगली पीढ़ी के लिए कर रहे हैं।
मूसेवाला की मौत पर घिरी थी सरकार इससे पहले आम आदमी पार्टी की सरकार ने सत्ता में आते ही VIP सिक्योरिटी को कम किया था। सरकार ने सिद्धू मूसेवाला की सिक्योरिटी को कम करके मीडिया में इसकी जानकारी सांझा कर दी थी। जिसके बाद जग्गू व लॉरेंस गैंग के सदस्यों ने मिलकर सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी थी।