जालंधर (ब्यूरो):- एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट (ED) ने दिल्ली की शराब एक्साइज पॉलिसी पर कार्रवाई करते हुए बीते दिनों ही डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया। पंजाब में भी इसी नीति को लागू किया गया। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ED पंजाब का रुख भी कर सकती है।
BJP नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने इसकी तरफ इशारा किया है। मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट करके दिल्ली की तर्ज पर पंजाब में लागू की गई एक्साइज पॉलिसी के बारे में बताया। इतना ही नहीं, वह बीते साल ED को इस बारे में शिकायत भी भेज चुके हैं। मनजिंदर सिरसा का कहना है कि ED उनकी शिकायत के बाद कई अधिकारियों को सम्मन भेज चुकी है। उनका अनुमान है कि जल्द ED इस पर कार्रवाई कर सकती है।
होलसेलरों को मोटा मुनाफा मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी में सभी होलसेलरों को सूपर L1 लाइसेंस दिए गए और मुनाफा 2 से 15 % दिया गया। जिससे शराब माफिया ने हजारों करोड़ों रुपए इकट्ठा किए और आज मनीष सिसोदिया जेल में हैं। इसी तरह पंजाब में भी किया गया है। सरकार बनने के बाद AAP भी यही पॉलिसी को पंजाब में लेकर आए।
13 सितंबर को सिरसा ने दी थी शिकायत मनजिंदर सिंह सिरसा ने जानकारी दी कि दिल्ली में शराब पॉलिसी के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद उन्होंने 13 सितंबर 2022 को शिकायत सीबीआई और ईडी को भेज दी थी। जिसमें सारा कुछ बताया गया कि यह पॉलिसी कैसे बनाई गई। इतना ही नहीं, शिकायत में साफ लिखा कि इस पॉलिसी को बनाते हुए मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में अपने घर में बैठकें भी की थी।
पंजाब के मंत्री व अधिकारी एक दिल्ली सिरसा का आरोप है कि मनीष सिसोदिया की तरफ से बुलाई गई बैठकों में पंजाब के एक्साइज मंत्री और अधिकारी दिल्ली पहुंचे थे। इतना ही नहीं, होलसेल का काम सिर्फ दो ही पार्टियों को मिले, इसके लिए टेलर मेल भी तैयार की गई। जिसमें ब्रैडको और अनंत वाइंस को सारा काम देने की बात की गई। ब्रैडको वे फर्म है, जिस पर दिल्ली में भी मामला दर्ज किया गया।
करोड़ों रुपए का हुआ लेनदेन सिरसा का कहना है कि सूपर L1 बनाकर पंजाब का करोड़ों रुपए का काम दो कंपनियों ब्रैडको और अनंत वाइंस को दिया गया। इसकी एवज में पंजाब के लीडरों ने करोड़ों रुपए का लेन-देन भी किया है।
सिरसा का कहना है कि उनकी यह शिकायत ED के पास पेंडिंग है। कई पंजाब के अधिकारियों को सम्मन भी हो चुका है। उम्मीद है कि जल्द ही पंजाब में भी इस पर बहुत जल्द मामला दर्ज होगा। इस पॉलिसी में जिन्होंने करोड़ों रुपए का लेनदेन किया था, बहुत जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे।