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Pakistan की राह पर ब्रिटेन:- 2 से ज्यादा आलू, टमाटर खरीदने पर रोक आखिर क्यों मार्केट से फल-सब्जियां गायब हो रहीं

जालंधर (ब्यूरो):- अब पकिस्तान की राह में ब्रिटेन चल रहा है । यहाँ पर अब फल और सब्जियों की काफी मात्रा में कमी देखी गयी है । आलम यह है कि सुपरमार्केट में लिमिट तय कर दी गई है। यानी पैसे देने के बावजूद आप आलू, टमाटर जैसी चीजों को ज्यादा मात्रा में नहीं खरीद सकते हैं। ब्रिटेन के सबसे बड़े सुपरमार्केट में आप 2 से ज्यादा आलू या टमाटर नहीं खरीद सकते हैं।

ब्रिटेन में सुपरमार्केट के शेल्फ खाली पड़े हैं। यह ब्रिटेन के किसी एक सुपरमार्केट की बात नहीं है, बल्कि सभी में लगभग यही स्थिति है। ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है। साथ ही महंगाई भी चरम पर है। इसी बीच अब खाने की चीजों की कमी होना चिंताजनक है।
भास्कर एक्सप्लेनर में हम बताएंगे कि ब्रिटेन के सुपरमार्केट में फल और सब्जियां लेने पर लिमिट क्यों तय कर दी गई है? आखिर इसकी वजह क्या है?

ब्रिटेन के सुपर मार्केट ने 2 से ज्यादा फल और सब्जियां खरीदने पर पाबंदी क्यों लगा दी है?

ब्रिटेन के 4 सबसे बड़े सुपरमार्केट मॉरिसन, अस्दा, एल्डि और टेस्को ने ताजा फल और सब्जियां लेने पर लिमिट तय कर दी है। इनमें टमाटर, आलू, खीरा, शिमला मिर्च और ब्रोकली जैसी जल्दी खराब होने वाली फल और सब्जियां शामिल हैं। यानी किसी शख्स को अगर टमाटर खरीदना है तो वह 2 से 3 टमाटर ही खरीद सकता है न कि किलोभर।

सबसे पहले ब्रिटेन के तीसरे सबसे बड़े किराना स्टोर अस्दा ने लिमिट तय की। इसके बाद बुधवार तक मॉरिसन के साथ ही एल्डि और टेस्को भी इसमें शामिल हो गए। पूर्वी लंदन, लिवरपूल और ब्रिटेन के कई हिस्सों में दुकानों से पहले ही फल और सब्जियां गायब हैं।
अस्दा के स्टोर ने टमाटर, शिमला मिर्च, खीरे, सलाद वाले पत्ते, बैग्ड सलाद, ब्रोकली, फूलगोभी और रसभरी जैसी वस्तुओं पर लिमिट तय की है। अस्दा के स्टोर से इन वस्तुओं को 3 से ज्यादा नहीं खरीदा जा सकता। मॉरिसन में ग्राहक टमाटर, खीरे, सलाद वाले पत्ते और शिमला मिर्च जैसी सब्जियां 2 से ज्यादा नहीं ले सकते हैं।

टेस्को और सेन्सबरी समेत प्रमुख सुपरमार्केट को रिप्रजेंट करने वाले ब्रिटिश रिटेल कंसोर्टियम ने कहा कि सप्लाई का मुद्दा काफी बड़ा हो गया है। सुपरमार्केट में खाली शेल्फ की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं।
आखिर ब्रिटेन में फलों और सब्जियों की कमी की वजह क्या है?

दरअसल, सर्दियों में ब्रिटेन खीरे और टमाटर जैसी लगभग 90% वस्तुओं का आयात करता है यानी दूसरे देशों से मंगाता है। ब्रिटेन इन महीनों के दौरान केवल 5% टमाटर और 10% सलाद वाले पत्तों का उत्पादन करता है। ऐसे में सुपरमार्केट के लिए स्टॉक रखना जरूरी हो जाता है।

हुआ ये है कि जिन देशों से ये वस्तुएं आती हैं वहां पर इस बार फसल अच्छी नहीं हुई है। साथ ही ब्रिटेन में भी कृषि संकट से उपज में कमी आई है। ऐसे में ब्रिटेन में इन वस्तुओं की काफी कमी हो गई है।

साउथ यूरोप और नॉर्थ अफ्रीका में खराब मौसम से कई फसलों की कटाई नहीं हो पाई है। सर्दियों के मौसम में ब्रिटेन को इन वस्तुओं की सबसे ज्यादा सप्लाई मोरक्को और स्पेन से होती है, जो असाधारण मौसम का सामना कर रहे हैं।

मोरक्को से फलों की सप्लाई नहीं हो पाई है। वजह है, मोरक्को पिछले तीन से चार हफ्तों से भारी सर्दी, बारिश और बाढ़ से जूझ रहा है। ज्यादा सर्दी होने से टमाटर के पकने में देरी हो रही है। इसी वजह से सप्लाई रुक गई है।

साथ ही खराब मौसम होने की वजह से समुद्री जहाजों के फेरों में भी कमी आई है। कई जानकार यह आशंका जता रहे हैं कि मोरक्को अपनी खाद्य जरूरतों को देखते हुए टमाटर, प्याज और आलू के निर्यात में कमी ला सकता है। इससे यह संकट और बढ़ सकता है।

स्पेन से आयात होने वाले फलों और सब्जियों पर भी मौसम का असर पड़ा है। अल्मेरिया क्षेत्र में पिछले साल फरवरी की तुलना में इस बार टमाटर के उत्पादन में 22% की कमी आई है। इस वजह से स्पेन के उत्पादक भी काफी परेशान हैं।

एसोसिएशन ऑफ फ्रूट एंड वेजिटेबल प्रोड्यूसर्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ अल्मेरिया कोएक्सफाल ने कहा है कि स्थिति चिंताजनक होने लगी है, क्योंकि कुछ कंपनियों को अपने ग्राहकों की सप्लाई को पूरा करने में समस्या आ रही है।

ब्रिटेन में स्थानीय स्तर पर भी सप्लाई प्रभावित हुई है। ब्रिटेन में इन फलों और सब्जियों का उत्पादन आम तौर पर मार्च या अप्रैल के अंत में शुरू होता है। हालांकि लेबर की कमी और बिजली की बढ़ती कीमत ने ब्रिटिश किसानों को ग्रीनहाउस बंद करने के लिए मजबूर कर दिया है, क्योंकि वे बिजली का खर्च उठाने में सक्षम नहीं हैं।
फलों और सब्जियों का यह संकट कब खत्म होगा?

जानकार बताते हैं पिछले हफ्तों में इन वस्तुओं में कमी आने के बाद यह समस्या और बढ़ने की आशंका है। ब्रिटेन के नेशनल फार्मर्स यूनियन यानी NFU के अध्यक्ष मिनेट बैटर्स ने कहा कि हर कोई राशनिंग से बचना चाहता है, जैसा कि हमने दिसंबर में अंडे के साथ देखा था। मुझे लगता है कि आने वाले दिनों में कुछ वस्तुओं की काफी कमी देखने को मिल सकती है।

NFU के मुताबिक साल 1985 के बाद टमाटर और खीरे जैसी सलाद सामग्री की सप्लाई में सबसे बड़ी कमी आई है। मिर्च और अन्य सलाद वाली सब्जियां जो घर के अंदर उगाई जाती हैं, उनमें काफी कमी आई है। वहीं आलू, फूलगोभी और ब्रोकली के उत्पादन को लेकर भी चिंताएं हैं। हालांकि NFU ने पैनिक खरीदारी के खिलाफ चेतावनी दी है।

नॉर्थ वेस्ट इंग्लैंड के मर्सीसाइड में वाटर लेन फार्म के मालिक ओली हैरिसन कहते हैं कि सुपरमार्केट और स्टोर्स को खाली शेल्फ देखने की आदत डालनी होगी। लोगों को मौसम के अनुसार फिर से टमाटर जैसी कुछ चीजें खानी शुरू करनी होंगी, क्योंकि बेमौसम बिना मदद के उन्हें उगाया नहीं जा सकता है। यह सिंपल सी बात है। अगर किसी चीज को उगाने के लिए बिजली की जरूरत है और उसकी लागत लगातार बढ़ रही हो तो कोई उसे नहीं उगाएगा।