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Pawan Kheda को सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम जमानत, कल Assam में केस, आज विमान से उतारकर दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था

जालंधर (ब्यूरो):- रायपुर के कांग्रेस अधिवेशन में जा रहे पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन पर एक दिन पहले ही असम पुलिस ने कम्युनल डिस्टर्बेंस और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर दीमापुर में केस दर्ज किया गया था।

खेड़ा को गुरुवार सुबह दिल्ली पुलिस ने फ्लाइट से उतार दिया था। खेड़ा रायपुर में शुक्रवार से शुरू हो रहे कांग्रेस के अधिवेशन में हिस्सा लेने जा रहे थे। इस कार्रवाई के विरोध में फ्लाइट में मौजूद दूसरे कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की और विमान से उतरकर प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू कर दी।

वकील अभिषेक मनु सिंघवी गिरफ्तारी को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए। CJI डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की बेंच ने 3 बजे सुनवाई शुरू की और करीब 35 मिनट की सुनवाई के बाद पवन खेड़ा को अंतरिम जमानत दे दी। कोर्ट ने असम और यूपी सरकार को भी नोटिस जारी किया और तीन जगह दर्ज केस को एक ही ज्यूरिडिक्शन में लाने को लेकर सवाल किया है। असम सरकार की ओर से ASG एश्वर्या भाटी ने मामले की पैरवी की।
सुबह 11:30 बजे शुरू हुआ हंगामा, बाकी यात्री दूसरी फ्लाइट से जाएंगे

रंजीत कुमार ने भास्कर को बताया कि ये घटनाक्रम सुबह 11.30 बजे शुरू हुआ, जब पवन खेड़ा हमारे साथ प्लेन में सवार हुए। एयरपोर्ट और पुलिस के अधिकारी प्लेन में आए और कहा कि आपको उड़ान भरने की अनुमति नहीं है। जैसे ही अधिकारी पवन खेड़ा को लेकर विमान से उतरे बाकी कांग्रेस नेता भी एक-एक करके विमान से उतरने लगे। सभी नेता प्लेन के पास धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। वहां कई अधिकारी भी आ गए। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आप लोग लिखकर दीजिए कि पवन खेड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया है। तभी हम यहां से धरना खत्म करेंगे।
काफी देर तक चले हंगामे के बाद अधिकारियों ने फैसला लिया कि फ्लाइट के बाकी पैसेंजर्स को दूसरी फ्लाइट से रायपुर भेजा जाएगा।

असम पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर केस दर्ज किया है
असम पुलिस के प्रवक्ता सुशांत भुयन ने भास्कर को बताया कि पवन खेड़ा के खिलाफ दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग में कम्युनल डिस्टर्बेंस और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर बुधवार रात केस दर्ज किया गया है। इन्होंने एक बयान दिया था, जिसके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। असम पुलिस की एक टीम दिल्ली में मौजूद है। उनकी गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस को कहा गया है। लोकल कोर्ट से परमिशन के बाद उन्हें असम लाया जाएगा।

मेरा सामान चेक करने के लिए उतारा- दिल्ली पुलिस के एक्शन पर खेड़ा
दिल्ली पुलिस के एक्शन पर जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘दिल्ली पुलिस के अफसर मेरे पास आए और कहा कि आपका सामान चेक करना है। मैंने कहा कि कोई सामान है ही नहीं। फिर भी वे नहीं गए और कहा कि हमारे साथ चलिए अभी DCP आपसे बात करेंगे। मैं इंतजार करता रहा DCP नहीं आए। क्या नियम-कानून हैं, यह मुझे नहीं मालूम। मुझे नहीं पता क्यों रोका जा रहा है।’
तानाशाह हमारे अधिवेशन से बौखलाया हुआ है: कांग्रेस
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ‘पवन खेड़ा पर ये कार्रवाई किस धारा के तहत कार्रवाई की है। वे आम नागरिक की तरह क्यों उड़ान नहीं भर सकते।। भाजपा हमारे अधिवेशन से बौखला गई है। पहले ईडी भेजते हैं और अब यह। अगर कुछ गलत किया है तो लुकाछिपी क्यों कर रहे हैं, कार्रवाई कीजिए। वजह सिर्फ यह है कि तानाशाह बौखलाया हुआ है। जब तक पवन खेड़ा नहीं आते, हम फ्लाइट को उड़ान नहीं भरने देंगे।’

PM को कहा था नरेंद्र गौतम दास मोदी, भाजपा ने लखनऊ में दर्ज कराई FIR
20 फरवरी को पवन खेड़ा दिल्ली में पत्रकारों से बात कर रहे थे। हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर उन्होंने कहा था, ‘जब अटल बिहारी बाजपेयी जेपीसी बना सकते हैं तो नरेंद्र गौतमदास मोदी को क्या समस्या है।’ अपने बयान में उन्होंने नरेंद्र दामोदरदास मोदी को गौतमदास मोदी कहा था।

इसके बाद उन्होंने आसपास खड़े लोगों से पूछा गौतम दास है या दामोदरदास। इसके बाद उन्होंने कहा कि नाम भले ही दामोदर दास है। उनका काम गौतमदास का है। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी थी प्रधानमंत्री के नाम को लेकर उन्हें कन्फ्यूजन था।

20 फरवरी को लखनऊ महानगर भाजपा के अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने पवन खेड़ा के खिलाफ केस दर्ज कराया था। उन्होंने कहा कि खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिता के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की है। उन्होंने गलत उद्देश्य के साथ यह बयान दिया था।
छत्तीसगढ़ में 20 फरवरी की सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 6 कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर छापा मारा। इसमें विधायक और पार्टी पदाधिकारी शामिल थे। एजेंसी ने कोयला लेवी घोटाले में कार्रवाई की थी। छापा रायपुर में कांग्रेस के अधिवेशन से 4 दिन पहले मारा गया। कांग्रेस ने कहा कि ये कार्रवाई अधिवेशन को डिस्टर्ब करने के लिए है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस एक्शन पर कहा था, “पिछले 9 सालों में ED ने जो रेड की हैं उसमें 95% विपक्षी नेता हैं, और सबसे ज्यादा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ है।’

*यह खबर और इससे जुड़े फोटो-वीडियो उसी फ्लाइट में बैठे यात्री रंजीत कुमार ने भास्कर को उपलब्ध कराए हैं।