जालंधर (ब्यूरो):- पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमित रतन कोटफत्ता को गिरफ्तार कर लिया है। कोटफत्ता, बठिंडा देहात से आप के विधायक हैं। कोटफत्ता को आधी रात राजपुरा से पकड़ा गया।
विधायक को गिरफ्तार करने के बाद विजिलेंस कोटफत्ता को बठिंडा ले गई है। वहां विजिलेंस ऑफिस में प्राइवेट PA और विधायक को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाएगी।
16 फरवरी को बठिंडा में उनके प्राइवेट पीए रिशम सिंह को 4 लाख की रिश्वत लेते पकड़ा गया था। तब विधायक कोटफत्ता से भी करीब 4 घंटे तक सर्किट हाउस में पूछताछ की गई थी।
ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई, आवाज की पुष्टि होने के बाद विजिलेंस का एक्शन विजिलेंस ने विधायक कोटफत्ता को क्लीन चिट दे दी थी। इसके बाद रिश्वत देने वाले महिला सरपंच के पति ने एक ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी की। जिसमें कहा गया कि रिशम गर्ग ने सर्किट हाउस में विधायक से सरपंच के पति की मीटिंग कराई। जिसमें विधायक सरपंच के पति से सौदेबाजी करते सुनाई दे रहे थे। इस ऑडियो की जांच कराई गई। जिसमें विधायक की आवाज होने की पुष्टि के बाद विजिलेंस ने यह कार्रवाई की।
प्राइवेट PA ने रिश्वत ली, विधायक वहीं मौजूद थे बठिंडा के सर्किट हाउस में कुछ दिन पहले जब उनके प्राइवेट PA रिशम सिंह ने 4 लाख की रिश्वत ली तो विधायक कोटफत्ता गाड़ी से उतरकर कुछ लोगों से बातचीत कर रहे थे। गिरफ्तारी के दौरान PA रिशम सिंह ने भागने की भी कोशिश की। हालांकि उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद विधायक को भी टीम ने हिरासत में ले लिया। दोनों को सर्किट हाउस में बैठाकर कई घंटों तक पूछताछ की गई।
रिश्वत देने वाले सरपंच के पति ने लगाए थे आरोप इस मामले में रिश्वत देने वाले गांव घुद्दा की सरपंच सीमा रानी के पति प्रितपाल कुमार का कहना था कि हिस्सा न देने पर बीडीपीओ दफ्तर वाले उन्हें 4 साल से तंग कर रहे थे। इसी मामले में वह विधायक अमित रतन कोटफत्ता से मिले। जहां उन्होंने विधायक को बताया कि उनके 25 लाख पेंडिंग हैं।
पैसे न मिलने की वजह से ठेकेदार आगे काम नहीं कर रहे। इस पर विधायक ने उनसे पूछा कि हमें क्या दोगे?। इसके बाद विधायक ने 5 लाख में पूरी पेमेंट रिलीज करवाने का सौदा कर लिया। यह सौदेबाजी प्राइवेट PA रिशम गर्ग के जरिए ही हुई।
विधायक ने कहा था- रिशम से कोई संबंध नहीं, वो मेरा PA भी नहीं विजिलेंस ब्यूरो की कार्रवाई के बाद विधायक अमित रतन कोटफत्ता ने कहा था कि रिशम गर्ग से उनका कोई संबंध नहीं है। रिशम उनका PA नहीं है। जिसने भी रिश्वत ली है, उसके खिलाफ तुरंत एक्शन लिया जाना चाहिए। अमित रतन ने पुलिस प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की थी।
CM भगवंत मान बोले- किसी पर तरस नहीं पंजाब CM भगवंत मान ने इस कार्रवाई पर कहा कि रिश्वतखोरी चाहे किसी ने भी की हो, किसी भी तरह से की हो, बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लोगों के टैक्स का पैसा खाने वालों पर कोई तरस नहीं, कानून सबके लिए बराबर है।
भ्रष्टाचार के केस में AAP सरकार के 2 मंत्री गंवा चुके कुर्सी
पंजाब में आम आदमी पार्टी को सत्ता मिलने के 11 महीनों में 2 मंत्री भ्रष्टाचार के केस में कुर्सी गंवा चुके हैं। पहले हेल्थ मिनिस्टर विजय सिंगला को बर्खास्त किया गया। उन पर ठेकेदार से काम के बदले कमीशन मांगने के आरोप लगे। CM भगवंत मान ने खुद उनकी बर्खास्तगी का खुलासा किया।
सके बाद दूसरे मंत्री फौजा सिंह सरारी का रिश्वत की सेटिंग का मामला सामने आया। जिसमें वह किसी से बात करते हुए पैसे लेने के बारे में प्लानिंग कर रहे थे। इसकी शिकायत भी पार्टी के भीतर पहुंची। हालांकि आरोप और कॉल रिकॉर्डिंग के बारे में पार्टी ने कुछ नहीं कहा, लेकिन उन्हें मंत्रिमंडल से हटा दिया गया।