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अमित शाह आज जम्मू-कश्मीर के दौरे पर राजौरी आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिवारों से मिलेंगे, जम्मू में करेंगे हाई लेवल मीटिंग

जालंधर (ब्यूरो):-  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। इस दौरान वह राजौरी जिले में हाल ही में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिवारों से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा जम्मू में हिंदू परिवारों पर लक्षित हमलों के मद्देनजर सुरक्षा स्थिति को लेकर हाई लेवल मीटिंग भी करेंगे।

इसमें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और सभी खुफिया एजेंसियों के प्रमुख शामिल होंगे। पिछले तीन महीनों में शाह का जम्मू-कश्मीर का यह दूसरा दौरा है। पिछले साल अक्टूबर में गृह मंत्री ने राजौरी का दौरा किया था और एक जनसभा को संबोधित किया था।

1 और 2 जनवरी को राजौरी के डांगरी में आतंकी हमला

1 और 2 जनवरी को राजौरी के डांगरी गांव में दो आतंकी हमलों में दो बच्चों सहित सात हिंदू नागरिक मारे गए थे और कई लोग घायल हो गए थे। इन हमलों के बाद 2,000 से ज्यादा अर्धसैनिक बलों को राजौरी भेजा गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) डांगरी आतंकी हमलों की जांच कर रही है। सरकार ने राजौरी में विलेज डिफेंस कमेटी को पुनर्जीवित किया है और संभावित आतंकी हमलों से बचाव के लिए बड़ी संख्या में लोगों को नई राइफल दी जा रही हैं।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शीर्ष नेताओं, जिनमें अरुण कुमार और बीएल संतोष शामिल हैं, ने केंद्र शासित प्रदेश में समग्र सुरक्षा और राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए जम्मू में कई बैठकें की हैं। भाजपा विलेज डिफेंस कमेटी को मजबूत करने की मांग कर रही है। जम्मू क्षेत्र में 28,000 विलेज डिफेंस कमेटियां हैं और जिन सदस्यों को हथियार दिए गए हैं, उनमें से ज्यादातर हिंदू हैं।

वीडीसी की स्थापना 30 साल पहले की गई थी

विलेज डिफेंस कमेटी (वीडीसी) की स्थापना लगभग 30 साल पहले डोडा जिले में की गई थी, जब जम्मू-कश्मीर में कानून और व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई थी और पहाड़ी क्षेत्रों में ग्रामीणों पर आतंकी हमले बढ़ गए थे। आखिर में सुरक्षाबलों ने स्थिति पर कंट्रोल कर लिया और वीडीसी की भूमिका कम हो गई, लेकिन अब फिर लोग वीडीसी को एक्टिव करने की मांग कर रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुए आतंकी हमले के मामले में पुलिस ने 18 लोगों को हिरासत में लिया है। इसमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं। राजौरी के SSP मोहम्मद असलम ने इसकी पुष्टि की है। वहीं, रविवार को 1 जनवरी की शाम को हुई फायरिंग में घायल एक और युवक प्रिंस शर्मा की मौत हो गई। इसके बाद मरने वालों की संख्या 7 पहुंच गई है। इनमें 2 बच्चियां भी शामिल हैं

कश्मीर में आतंकियों के साथ साल 2022 में सुरक्षाबलों की 93 मुठभेड़ हुई, जिनमें 172 आतंकी मारे गए। इनमें 42 विदेशी थे। वहीं, आतंकवादियों ने इस साल 29 नागरिकों की हत्या कर दी, जिनमें से 3 कश्मीरी पंडितों सहित 6 हिंदू थे। कश्मीर के ADGP विजय कुमार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकियों में सबसे ज्यादा 108 आतंकी लश्कर-ए-तैयबा और इसी से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट के थे

जम्मू-कश्मीर के राजौरी में शुक्रवार सुबह आर्मी अस्पताल के पास आतंकी हमला हुआ। फायरिंग में 2 लोगों की मौत हो गई। एक अन्य घायल है। पहले यह कहा जा रहा था कि फायरिंग सेना के जवान ने की है। अब सेना व्हाइट नाइट कोर के अधिकारियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि फायरिंग आतंकवादी ने की है।