You are currently viewing एपीजे स्कूल महावीर मार्ग में वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह

एपीजे स्कूल महावीर मार्ग में वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह

जालंधर (ब्यूरो): एपीजे स्कूल, महावीर मार्ग में सीनियर स्तर का वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह ” I M POSSIBLE ” बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । इसमें छठी कक्षा से बारहवीं तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया । समारोह के मुख्य अतिथि श्रीमती गुरप्रीत कौर सपरा,आईएएस (कमिशनर जालंधर डिवीजन ), गेस्ट ऑफ ऑनर श्री लाल विश्वास पीसीएस (एडिशनल डिप्टी कमिशनर कपूरथला) थे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री आदित्य बर्लिया (को प्रमोटर, एपीजे एजुकेशन एंड एपीजे सत्य एंड स्वर्ण ग्रुप) ने की।

स्कूल पहुंचने पर मुख्य अतिथियों का स्वागत एन.सी.सी कैडेट, गर्ल गाइड और बैंड समूह के विद्यार्थियों ने ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ से किया। सभागार में पहुंचने पर मुख्य अतिथियों को स्कूल के प्रिंसिपल श्री गिरीश कुमार जी ने ‘गुलदस्ता’ प्रदान कर औपचारिक स्वागत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम “I M POSSIBLE” का प्रारंभ मुख्य अतिथियों, प्रिंसिपल श्री गिरीश कुमार, श्रीमती सुषमा खरबंदा (प्री प्राइमरी इंचार्ज), श्रीमती दीप्ति कौशल( मुख्य अध्यापिका टांडा रोड), वी के खन्ना (वाइस प्रिंसिपल एपीजे स्कूल महावीर मार्ग) द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया । दीप हमारी सभ्यता और संस्कृति की अलौकिकता का प्रतीक है, इससे अंधकार का नाश होता है और नवचेतना का प्रारंभ होता है। किसी शुभ कार्य में दीप प्रज्ज्वलन यह सुनिश्चित कर देता है कि प्रारंभ किया गया कार्य कुशलता पूर्वक समाप्त होगा और ज्ञान का संचार करेगा|

कार्यक्रम का आरंभ गणेश वंदना तथा दुर्गा स्तुति से हुआ । गणेश जी सुख, समृद्धि, वैभव एवं आनंद के देवता हैं इसलिए उनकी कृपा दृष्टि प्राप्त करने के लिए विद्यालय के नृत्य विभाग के विद्यार्थियों ने बड़े ही श्रद्धा भाव से गणेश वंदना प्रस्तुत की। मां दुर्गा दुष्ट प्रवृत्तियों का नाश करती है और सद्बुद्धि प्रदान करती है । मां सभी प्रकार के भय को दूर करती है इस भाव को दर्शाते हुए विद्यालय के विद्यार्थियों ने बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुति दी जिससे वहां का वातावरण भक्तिमय बन गया और सभी दर्शक भक्ति भाव से भावविभोर हो उठे।

स्कूल प्रिंसिपल श्री गिरीश कुमार जी ने स्कूल की साल भर की उपलब्धियों को बताते हुए वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। उन्होंने बताया कि हमारे विद्यालय के विद्यार्थी शिक्षा, खेल तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सफलता प्राप्त करते हैं।

सॉन्ग ऑफ ग्लोरी ‘उगे हम धरा में, नई रोशनी दे’ गीत के साथ सत्र (2021- 22) के मेधावी छात्रों, खिलाड़ियों जिन्होंने सीबीएसई और देश की अलग-अलग परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की है, ऐसे 200 छात्र- छात्राओं को स्मृति चिन्ह तथा पुरस्कार प्रदान किए गए। मुख्य अतिथि ने पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी तथा रंगारंग कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों की बहुत प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि एपीजे संस्था विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए सराहनीय कार्य कर रही है।

विद्यालय के संगीत विभाग के विद्यार्थियों ने “कुछ पाने की हो आस-आस, कोई अरमां हो जो ख़ास-ख़ास,आशाएं, आशाएं, आशाएं”, “पीछे मेरे अंधेरा आगे आंधी आंधी है, मैंने ऐसी आंधी में दिया जलाया है”,”जिंदा है तो प्याला पूरा भर ले” गीत गाए तो सभागार में उपस्थित सभी दर्शक उनके सुर में सुर मिलाने लगे और उनकी बहुत प्रशंसा की

मिस्टर आदित्य बर्लिया ” को प्रमोटर एपीजे एजुकेशन सोसाइटी ” एंड “एपीजे सत्य एंड स्वर्ण ग्रुप” ने इस कार्यक्रम में ऑनलाइन उपस्थित होकर भाग लिया तथा सभागार में उपस्थित सभी अभिभावकों को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि एपीजे विद्यालय क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए प्रतिबद्ध है और यह अपना कार्य पूर्ण निष्ठा से करता आ रहा है और भविष्य में भी सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त करता रहेगा।

इस अवसर पर एपीजे संस्थापक डॉ सत्यपाॅल, वर्तमान अध्यक्षा ( एपीजे एजुकेशन सोसाइटी) श्रीमती सुषमा पाॉल बर्लिया के जीवन की यात्रा “द जर्नी ऑफ ए लीडर” पर एक लघु फिल्म दर्शकों को दिखाई गई। गेस्ट ऑफ ऑनर श्री लाल विश्वास, पीसीएस (एडीशनल डिप्टी कमिशनर कपूरथला) जी ने कहा कि एपीजे ऐसा शिक्षा संस्थान है जिसके विद्यार्थी अलग-अलग क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करते हैं तथा अपने विद्यालय और माता-पिता का नाम रोशन करते हैं।

उसके पश्चात हिंदी नाटक अपराजिता प्रस्तुत किया गया, जिसमें दर्शाया गया कि आज के समाज ने बहुत प्रगति कर ली है परंतु विडंबना यह है कि समाज में अभी भी कुछ लोग रूढ़िवादी विचारों को अपनाते हुए रंग- रूप, जात- पात, गांव- शहर, लड़का- लड़की जैसे भेदभाव के संकीर्ण विचारों की जंजीरों में बंधे हुए हैं परंतु यदि जीवन में आगे बढ़ने के लिए इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प हो तो हम अनेक बाधाओं को पार करते हुए भी जीवन में अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। हिंदी नाटक ‘अपराजिता’ में ऐसे ही अदम्य साहस को दर्शाती हुई एक लड़की की कहानी प्रस्तुत की गई। जिसे देखकर दर्शक बहुत प्रभावित हुए।

इसके पश्चात मेकिंग ऑफ ” I M POSSIBLE ” दिखाया गया। जिसमें दर्शाया गया कि विद्यालय के विद्यार्थियों और अध्यापकों ने दिन रात एक कर के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया है। विद्यालय के वाइस प्रिंसिपल श्री वी के खन्ना जी ने मुख्य अतिथियों तथा अभिभावकों का धन्यवाद किया जिनकी उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को सफल बनाया।

विद्यालय के नृत्य विभाग के विद्यार्थियों ने लुड्डी नृत्य प्रस्तुत किया, यह पंजाब की महिलाओं द्वारा किए जाने वाला नृत्य है, जो युद्ध जीत कर आने वाले फौजियों की प्रशंसा तथा खुशी मे किया जाता है। यह मेलो व त्योहारों के अवसर पर भी किए जाने वाला लोक नृत्य है। इस नृत्य में विद्यालय के छात्र- छात्राओं ने बोलियां डाली और मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया,जिसे देख दर्शक झूम उठे। लुड्डी नृत्य देखकर सारा सभागार तालियों की गूंज से भर गया। अंत में कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।