जालंधर (ब्यूरो);सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में पुलिस ने कोर्ट में 7 आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चलान पेश किया है। यह चलान गैंगस्टर लॉरेंस के करीबियों मनी तूफान, मनी रइया, शूटर दीपक मुंडी के अलावा सिद्धू मूसेवाला के पड़ोसी जगतार सिंह के खिलाफ है। जगतार वही है, जिसे अक्टूबर में अमृतसर एयरपोर्ट से दुबई फ्लाइट में बैठने से पहले पकड़ लिया गया था।
जगतार ने गाना लीक किया
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की SIT ने कोर्ट में पेश चालान में पड़ोसी जगतार की सिद्धू मूसेवाला से दुश्मनी का जिक्र किया। दरअसल, फरवरी 2020 में सिद्धू मूसेवाला का एक गीत लीक हो गया था। जिसे किसी और ने नहीं, पड़ोसी जगतार सिंह ने लीक किया था। थाना आनंदपुर साहिब की पुलिस ने 24 फरवरी 2020 को जगतार सिंह के खिलाफ IT एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया। इसी रंजिश जगतार ने अपने दिल में रखी और लॉरेंस, गोल्डी बराड़ और जग्गू भगवानपुरिया से हाथ मिला लिया।
CCTV कैमरों का रुख किया सिद्धू मूसेवाला के घर की तरफ आरोपी जगतार ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने में मदद करने के लिए अपने घर के बाहर लगे सभी CCTV कैमरों का रुख मोड़ दिया था। उसने अपने सभी कैमरों का मुंह सिद्धू मूसेवाला के घर की तरफ कर दिया। जिसकी फुटेज वह गोल्डी बराड़ को भेज रहा था। जिससे गोल्डी को साफ पता लगता था कि सिद्धू कब घर से अकेला बाहर निकला है और कब सिक्योरिटी के साथ।
पहले घर में घुसकर मारने की थी प्लानिंग मनी तूफान और मनी रइया पहले सिद्धू मूसेवाला को घर में कत्ल करना चाहते थे। लॉरेंस, गोल्डी और जग्गू के इशारों पर उन्होंने इसे अंजाम देना था। प्लानिंग थी कि तूफान व रइया दोनों पुलिस की वर्दी पहन सिद्धू मूसेवाला के घर दाखिल होंगे और फिर उसका कत्ल करेंगे।
इसके लिए दोनों ने पुलिस की वर्दी का भी इंतजाम कर लिया था। कई बार दोनों एक ऑल्टो कार में गांव मूसेवाला का चक्कर भी लगा चुके थे। दिल्ली स्पेशल सेल ने 4 जुलाई 2022 को शूटर अंकित सेरसा व सचिन चौधरी को गिरफ्तार कर उनकी कार से पुलिस की यह वर्दियां बरामद की थी।
अक्टूबर में पकड़ा गया था जगतार जगतार को 13 अक्टूबर 2022 को अमृतसर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद से ही वह फरार था, लेकिन इसी दौरान उसने दुबई जाने की प्लानिंग की। 13 अक्टूबर को वह फ्लाइट पकड़ने के लिए अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा, लेकिन इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया। मानसा पुलिस की तरफ से उसके नाम का LOC जारी किया गया था।















