जालंधर (ब्यूरो): जालंधर शहर के लतीफपुरा जहां पर जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट ने पुलिस प्रशासन को साथ लेकर लोगों के घरों पर डिच चला दी थी और लोगों को बेघर कर दिया था। अब इसी लतीफपुरा के साथ लोगों की सहानुभूति जुड़ने और मुद्दा बन जाने के बाद सरकार की खूब किरकिरी हो रही है। इसी किरकिरी से बचने के लिए सरकार बैकफुट पर आ गई है। सरकार के आदेश पर ट्रस्ट के चेयरमैन, ईओ के साथ-साथ जिला प्रशासन लोगों को नई जगह बसाने की प्लानिंग में जुट गए हैं।
कल भी हुई थी मीटिंग आज भी होगी पाकिस्तान से उजड़ कर आए सिख परिवारों को सत्तर साल बाद फिर से उजाड़े का संताप झेलने के लिए मजबूर करने वाला इंप्रूवमेंट ट्रस्ट और प्रशासन अब दबाब में मीटिंग पर मीटिंगें कर रहा है। पिछले कल भी इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन जगतार सिंह संघेड़ा, कार्यकारी अधिकारी राजेश चौधरी और DC जसप्रीत सिंह की मीटिंग हुई थी। आज फिर से लतीफपुरा के मुद्दे को शांत करने के लिए बैठक होने जा रही रही है। बैठक का एजेंडा सिर्फ लतीफपुरा में जिन लोगों के घरों को तोड़ा गया है, उन्हें कहां पर बसाया जाए इस पर चिंतन मंथन कर प्लानिंग बनाना है।
आप नेताओं को हो रही मुश्किल लतीफपुरा में एक ही नोटिस पर घर तोड़ दिए जाने के बाद जालंधर के आम आदमी पार्टी के नेताओं को भी लोगों का सामना करने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। लतीफपुरा में जिस दिन घर तोड़े गए उस दिन तो वहां पर कोई नहीं आया लेकिन घर टूटने के बाद वहां पर आम आदमी पार्टी को छोड़ कर बाकी सभी राजनीतिक दलों की अपनी राजनीति चमकाने के लिए होड़ लगी हुई है।
लतीफपुरा में नहीं पहुंचा कोई सत्ताधारी दल का नेता लतीफपुरा में दिन घर तोड़े जाने लगे उस दिन जालंधर कैंट से पार्टी के प्रत्याशी रहे पूर्व ओलंपियन सुरिंदर सिंह सोढी आए थे। लेकिन प्रशासन ने जैसे ही उन्हें दस्तावेज दिखाए तो वह कुछ कहे बिना मौके से गायब हो गए। पीछे से प्रशासन ने घर तोड़ दिए। उसके बाद आम आदमी पार्टी की कोई भी नेता लोगों से झूठी ही सही लेकिन सहानुभूति प्रकट करने के लिए नहीं पहुंचा है।
लोगों के घर तोड़ने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता लतीफपुरा में इस लिए भी एंट्री नहीं मार रहे हैं कि उन्हें पता है कि वहां पर लोगों के कोप का भाजन बनना पड़ सकता है। घर टूटने के बाद सत्ताधारी दल के खिलाफ लोग पूरी तरह से भरे पड़े हैं। अब इसी का तोड़ निकालने के लिए उन्हें अन्यत्र बसाने की प्लानिंग चल रही है।