जालंधर (ब्यूरो): पंजाब में हथियारों के दम पर बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने की भगवंत मान सरकार की मुहिम रंग ला रही है। मोहाली जिले में 153 लोगों के हथियार रखने के लाइसेंस कैंसिल कर दिए गए हैं। वहीं 450 के लगभग लोगों को जिला प्रशासन ने लाइसेंस कैंसिल करने के नोटिस जारी किए हैं। जिला प्रशासन के मुताबिक लाइसेंस कैंसिल करने की प्रक्रिया पूरी तरह कानून के तहत की जा रही है। लोगों के हथियारों के लाइसेंस कई कारणों से कैंसिल किए गए हैं। इनमें एड्रेस में बदलाव, लाइसेंस धारक की मौत हो जाना, लाइसेंस धारक पर कोई आपराधिक केस दर्ज होना और समय पर लाइसेंस की खरीद न करना आदि शामिल हैं।
जिले में लाइसेंसी हथियारों का ब्योरा: पूरे जिले में इस समय 7,014 लोगों को हथियार रखने का लाइसेंस दिया गया है। वहीं 8,607 रजिस्टर्ड हथियार लोगों के पास हैं। जानकारी के मुताबिक जिन लाइसेंस पर 2 हथियार रखने की इजाजत दी गई है वह 1,653 लाइसेंस हैं। वहीं जिन लाइसेंस पर तीन या उससे ज्यादा हथियार रखने की मंजूरी दी गई है उनकी संख्या 196 है। इस वर्ष 31 जुलाई तक 130 लोगो को मोहाली जिला प्रशासन हथियार रखने के लिए लाइसेंस दे चुका है।
हथियारों से हमला ही नहीं डराया भी जा रहा: बता दें कि पंजाब में हथियारों के दम पर लूटपाट और आपसी रंजिश निकालने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। हालांकि ऐसी ज्यादातर वारदातों में अवैध हथियारों का इस्तेमाल सामने आया है। बीती 2 दिसंबर की रात मोहाली के सेक्टर 82 में एक व्यक्ति द्वारा अपनी गाड़ी से दूसरी गाड़ी को टक्कर मार कार चालक को पिस्तौल दिखा डराने का मामला भी सामने आया था। उस पर IPC और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। वहीं खरड़ में एक रईसजादे ने नई गाड़ी की खुशी में हवाई फायर किए थे। उस पर भी केस दर्ज हुआ था।