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Tarn Taran बॉर्डर पर खेतों में मिला ड्रोन: किसान टहलने निकला तो मिला, पुलिस-बीएसएफ ने टुकड़ियां बटोरीं और जांच शुरू की

जालंधर (ब्यूरो): पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में दो दिन बाद फिर से ड्रोन बरामद किया गया है। तरनतारन के सीमावर्ती गांव वन में एक किसान को यह ड्रोन खेतों में गिरा मिला. जिसके बाद किसान ने खालदा पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को सूचना दी। फिलहाल टूटे हुए ड्रोन के पुर्जे बरामद कर जांच शुरू कर दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार किसान अंतरराष्ट्रीय सीमा से पांच किलोमीटर दूर तरनतारन गांव के वन की वन-मरीकामबोक मार्ग पर सुबह खेतों में घूमने गया था. तभी उन्होंने ड्रोन को खेतों में गिरते देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने ड्रोन को मार गिराए जाने की सूचना बीएसएफ को दी। यह डीजेआई मैट्रिक्स 300 आरटीके ड्रोन है, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान में बैठे तस्कर भारत में हेरोइन और हथियारों की खेप भेजने के लिए करते हैं। ड्रोन टूटी-फूटी हालत में था और उसके टुकड़े कुछ मीटर इलाके में खेतों में पड़े थे। जिन्हें एकत्र कर जांच शुरू कर दी गई है।

कब गिरा ड्रोन, जांच में जुटी बीएसएफ: बीएसएफ ने ड्रोन को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि ड्रोन कब दुर्घटनाग्रस्त हुआ, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। दो दिन पहले बीएसएफ के जवानों ने ड्रोन मूवमेंट को फायरिंग समझ लिया था। अंदाजा लगाया जा रहा है कि तभी यह ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हो गया और तलाशी के दौरान पुलिस और बीएसएफ की नजरों से बच गया। यह स्थिति फोरेंसिक जांच के बाद ही पता चलेगी।

ड्रोन मूवमेंट में 80 फीसदी की बढ़ोतरी: बीएसएफ से मिली जानकारी के मुताबिक इस साल भारतीय सीमा में पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन की आवाजाही में 80 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. करीब 260 बार ड्रोन भारतीय सीमा में घुसा और 39 बार गिराया गया। यह इस साल का 40वां ड्रोन है, जिसे गिराया गया है।
बॉर्डर पर 30 जगहों पर लेजर एंटी ड्रोन लगाने की तैयारी है: पाकिस्तान की तरफ से बड़े ड्रोन मूवमेंट को नियंत्रित करने के लिए लेजर एंटी-ड्रोन तकनीक लगाने की तैयारी चल रही है। पंजाब सीमा पर 30 जगहों का चयन किया गया है, जहां इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।