जालंधर (ब्यूरो): जालंधर जिला में जैसे-जैसे सर्दी बढ़ रही है वैसे-वैसे डेंगू के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। जिला भर में सेहत विभाग ने डेंगू से बचाव से लिए जागरूकता अभियान भी चलाए हुए हैं, रोज जागरूकता रैलियां भी निकाली जा रही हैं, लेकिन फिर भी डेंगू का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। जिला में तीन दिन पहले डेंगू का आंकड़ा 371 था लेकिन अब यही आंकड़ा 388 पर जा पहुंचा है। 3 दिन में ही 17 मामले बढ़ गए हैं। इनमें से शनिवार को 13 नए डेंगू टेस्ट के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं।
शहरी क्षेत्रों में बढ़े हैं ज्यादा मामले जिला जालंधर में डेंगू का ज्यादातर प्रकोप शहरी क्षेत्रों में ही देखने को मिल रहा है। सेहत विभाग के आंकड़ों के अनुसार जो अभी तक 388 मामले डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं उनमें से 224 डेंगू पॉजिटिव के शहरी क्षेत्रों से हैं। जबकि 164 मामले ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। पिछले कल भी जो 13 नए मामले डेंगू पॉजिटिव रिपोर्ट हुए हैं, उनमें से भी 11 मामले शहरी क्षेत्र से ही हैं। पिछले दस दिनों के दौरान जब से सर्दी धीरे-धीरे बढ़ने लगी है तब से 44 मामले डेंगू पॉजिटिव के जालंधर में रिपोर्ट हुए हैं। जबकि नवंबर 15 तक जिला जालंधर में डेंगू का आंकड़ा 344 था।
डेंगू का लारवा मिलने पर काटे जा रहे चालान सेहत विभाग ने डेंगू का प्रकोप बढ़ते ही लार्वा की चैकिंग के लिए टीमों को भी ग्राउंड में उतारा है। यह टीमें लोगों के घरों में जाकर उनके फ्रिज-कूलरों और छतों पर टायर या अन्य सामान जिसमें पानी जमा हो, उसमें डेंगू का लारवा ढूंढ रही है। अभी तक जिले में 2,31,072 घरों में चैकिंग के लिए सर्वे किया गया। इनमें से शहरी क्षेत्र के 1,21,344 घरों और 1,09,728 ग्रामीण क्षेत्र के घरों में सर्वे किया गया।
जिला जालंधर में अभी तक 1894 घरों में डेंगू मच्छर का लार्वा पाया गया, जिसे वहीं पर नष्ट कर दिया गया। इनमें से 1799 घर शहरी क्षेत्र के हैं जबकि 95 घर ग्रामीण क्षेत्र के हैं। सेहत विभाग ने साफ सफाई न रखने के मामले में 27 लोगों के चालान भी काटे हैं। जबकि नगर निगम जालंधर ने 13 लोगों को डेंगू को बढ़ावा देने वाले लोगों नोटिस जारी किए हैं।