जालंधर (ब्यूरो): एचएमवी कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी। प्राचार्य चिकित्सक (श्रीमती) अजय सरीन के नेतृत्व में जिला शिक्षा अधिकारी के सहयोग से 30वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के संबंध में शिक्षकों के प्रशिक्षण हेतु विद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन पारिस्थितिकी तंत्र को समझना विषय पर किया गया। स्वास्थ्य और भलाई के लिए। कार्यशाला का शुभारंभ गायत्री मंत्र के पाठ व तिलक समारोह के साथ ज्ञान का दीप जलाकर किया गया। प्रिंसिपल डॉक्टर (श्रीमती) अजय सरीन ने श्री राजीव जोशी, डिप्टी डीईओ, श्री हरजीत बावा, डीएम साइंस, जालंधर और रिसोर्स पर्सन श्री राकेश कुमार, प्रिंसिपल, सैन दास सीनियर सेकेंडरी को ग्रीन प्लांटर्स भेंट कर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। . , स्कूल, जालंधर, श्री राजेंद्र कुमार, रसायन विज्ञान के व्याख्याता, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, गखल, श्री हरिदर्शन सिंह, रसायन विज्ञान के व्याख्याता, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, धूरे, श्री राजेश शर्मा, विज्ञान मास्टर, राजकीय उच्च विद्यालय, बस्ती बावा खेल, जालंधर। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिनिधियों का स्वागत किया, डॉक्टर सरीन ने शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए शुरू की गई विभिन्न परियोजनाओं की सराहना की और कहा कि यह दिन उनके लिए अत्यंत समृद्ध होगा। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है और स्वस्थ रहकर ही हम अपने कार्य की गुणवत्ता को बढ़ा सकते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि कार्यशाला से प्रशिक्षण प्राप्त कर शिक्षक अपने-अपने संस्थानों में शोध आधारित गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों के लिए स्थानीय स्तर के प्रोजेक्ट तैयार करेंगे तथा शोध आधारित कार्य कर स्थानीय एवं स्थानीय से जोड़कर वैज्ञानिक चेतना को पूर्ण कर सकेंगे। वैश्विक स्तर की गतिविधियाँ। . शिक्षक के रूप में उनका कर्तव्य। अंत में, उन्होंने शिक्षकों से इस विषय में निरंतर गहरी रुचि बनाए रखने का आह्वान किया ताकि छात्र प्रेरित महसूस करें और राष्ट्र के बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए नवीन चिंगारी स्वाभाविक रूप से प्रज्वलित हो। श्री हरजीत बावा ने संस्था में इस कार्यशाला के आयोजन के लिए महाविद्यालय के प्राचार्य एवं विद्यालय समन्वयक का आभार व्यक्त करते हुए विभिन्न संस्थाओं के विज्ञान शिक्षकों का स्वागत करते हुए कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस ने अपने अथक प्रयासों से आज विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाई है. इसलिए शिक्षकों को चाहिए कि वे विद्यार्थियों को ऐसा प्रशिक्षण दें कि उनमें विषय के प्रति जागरूकता बढ़े और वे सर्वोत्तम प्रशिक्षण प्राप्त कर बाल विज्ञान कांग्रेस को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकें। श्री राजेन्द्र कुमार ने विज्ञान कांग्रेस के विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए ईको सिस्टम की समझ, ईको सिस्टम क्या है, इसके विभिन्न प्रकारों की चर्चा की और कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए हमें मूर्ति निर्माण के लिए प्लास्टर हटवाना जैसे ठोस कदम उठाने चाहिए. पेरिस का प्रयोग नहीं करना चाहिए, मिट्टी और मिट्टी आदि का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने इस धरती को प्लास्टिक मुक्त बनाने का एक ठोस संदेश दिया जो हमारे पारिस्थितिकी तंत्र और स्वास्थ्य को बेहतर स्थिति में लाता है। श्री राजेश शर्मा ने सरकारी योजनाओं, विभिन्न परियोजनाओं और उन परियोजनाओं का मूल्यांकन कैसे किया जाना चाहिए, के बारे में शिक्षकों के साथ अपने विश्वकोषीय ज्ञान को साझा किया।
श्री राजीव जोशी, डिप्टी डीईओ ने इस सराहनीय कार्य की सराहना की और कार्यशाला में उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि विषय को ध्यान में रखते हुए छात्रों को विभिन्न गतिविधियों में पूरी लगन और मेहनत के साथ भाग लेने के लिए तैयार करें ताकि उनका सर्वांगीण विकास संभव हो सके. और अपनी पूरी क्षमता से संस्था और जिले का नाम रोशन करें। श्रीमती मीनाक्षी स्याल, स्कूल समन्वयक ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया और कहा कि विज्ञान हमारे जीवन को आरामदायक बनाता है और जीवन के हर पहलू को प्रभावित करता है। अपने प्रभावशाली नोट में उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला सभी के लिए प्रचुर मात्रा में ज्ञान प्राप्त करने में अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुई। उन्होंने कहा कि छात्रों को इको सिस्टम के बारे में व्यावहारिक ज्ञान देने के लिए एचएमवी का इको गार्डन एक आदर्श उदाहरण है जिसे छात्रों द्वारा खूबसूरती से बनाए रखा जाता है। इस कार्यशाला में कुल 222 विद्यालय के शिक्षक एवं श्री संजीव बंसल, श्री राजीव ने भाग लिया। भट्टी, श्री रवि, श्री सुरिंदर, श्रीमती कंचन और श्रीमती दीपाली ने ब्लॉक मेंटर के रूप में कार्यशाला की शोभा बढ़ाई। मंच का संचालन डॉक्टर अंजना भाटिया ने किया।