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Adampur flyover का निर्माण न हो पाने पर शुरू हुई राजनीति

जालंधर (ब्यूरो): यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन चुके जालंधर-होशियारपुर मार्ग पर स्थित आदमपुर फ्लाईओवर ने राजनीतिज्ञों को राजनीति करने के लिए एक मुद्दा दे डाला है। आदमपुर फ्लाईओवर जालंधर-होशियारपुर फोरलेन प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसका निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी की तरफ से एक निजी कंपनी को सौंपा गया था। कंपनी काम छोड़कर कई महीने पहले ही जा चुकी है, लेकिन कोई भी पार्टी इस प्रोजेक्ट के सबसे बड़े रोड़े (आदमपुर फ्लाईओवर निर्माण) को हटाने में कामयाब नहीं हो सकी है।

आदमपुर विधानसभा हलके के मौजूदा विधायक कांग्रेस के सुखविंदर सिंह कोटली हैं, जबकि पूर्व विधायक अकाली दल के पवन कुमार टीनू रहे हैं। सुखविंदर कोटली फ्लाईओवर निर्माण स्थल पर जाकर धरना दे चुके हैं और इस संबंध में जिला प्रशासन के साथ भी बैठकें कर चुके हैं। बीते दिनों पूर्व विधायक पवन कुमार टीनू की तरफ से प्रशासकीय अधिकारियों के साथ बैठक की गई। जब टीनू विधायक थे, तभी फ्लाईओवर का निर्माण शुरू किया गया था। सच्चाई यही है कि आदमपुर के निर्माणाधीन फ्लाईओवर नीचे सर्विस लेन तक नहीं बन पाई है।

हालात यह हैं कि मुख्य मार्ग के अगल-बगल में निर्माण के लिए दुकानों की अधिग्रहित की गई है, उन्हें तोड़ा जा चुका है। लोगों को फिर से दुकानें बनवानी पड़ी हैं। टूटे हुए मुख्य मार्ग की वजह से सारी मिट्टी इन दुकानों के भीतर जा रही है, जिससे कारोबार भी प्रभावित हो गया है। निजी कंपनी ने समय पर अधिग्रहित की गई जमीन का कब्जा न उपलब्ध हो पाने का दोष लगाते हुए काम छोड़ दिया और पीडब्ल्यूडी पर करोड़ों का हर्जाना ठोक दिया है।

विधायक सुखविंदर कोटली ने कहा कि इसमें कोई राजनीति नहीं है। वह अपने हलके की जनता के लिए समर्पित हैं। विधायक बनने के फौरन बाद लोगों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए कार्य कर रहे हैं। प्रशासन से कई बार यह भी कह चुके हैं कि फ्लाईओवर तो बनता रहेगा लेकिन उससे पहले मुख्य मार्ग के आसपास सर्विस लेन को ही दुरुस्त बना दिया जाए। उन्होंने कहा कि वह इससे पहले एनएचएआइ एवं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से बैठक कर चुके हैं। मामला सरकार के सचिव के ध्यान में ला चुके हैं। बावजूद इसके काम नहीं हो रहा है।