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सोढल मंदिर में आज झंडा चढ़ाने की रस्म कल हवन यज्ञ के साथ शुरू होगा मेला दो साल बाद बहेगा श्रद्धा का सैलाब

जालंधर (ब्यूरो): सालभर से जिस श्री सिद्ध बाबा सोढल मेले का लोगों को इंतजार रहता है उसके शुरू होने की घड़ी नजदीक आ गई है। आज शाम को मंदिर प्रांगण में झंडा चढ़ाने की रस्म होगी। चड्ढा बिरादरी आज झंडा चढ़ाएगी। इसके बाद कल मंदिर परिसर में हवन यज्ञ होगा। हवन यज्ञ के साथ ही मेला शुरू हो जाएगा। कोरोना महामारी के कारण दो साल मेला सिर्फ रस्मी तौर पर ही मनाया गया था। कोरोना महामारी की गाइडलाइन के कारण लोग घरों से नहीं निकले थे और मेला ढंग से मना नहीं पाए थे लेकिन इस बार लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। जिस तरीके से प्रशासन ने प्रबंध कर रखे हैं वह श्रद्धा के सैलाब के आगे बौने साबित होने वाले हैं। श्री सिद्ध बाबा सोढल सुधार सभा के प्रधान आज्ञापाल चड्ढा ने बताया कि श्री सिद्ध बाबा सोढल मेले के उपलक्ष्य में शाम 5 बजे मंदिर प्रांगण में झंडा चढ़ाने की रस्म निभाई जाएगी। उन्होंने कहा कि 9 सितंबर को सुबह 10 बजे हवन यज्ञ और दोपहर 3 बजे श्रद्धालुओं के लिए लंगर का प्रबंध किया गया है। मेले में हर साल की तरह वार्षिक सम्मान समारोह भी करवाया जाएगा। इसमें शहर के 501 गणमान्य लोगों को सम्मानित किया जाएंगा। उन्होंने बताया कि 2020-21 में कोरोना के कारण बाबा सोढल का वार्षिक मेला ठीक ढंग से नहीं किया गया, लेकिन इस बाद श्रद्धालुओं की सुरक्षा के सारे प्रबंध किए जाएंगे।

मेले में वैक्सीनेशन का भी प्रबंध मंदिर परिसर में इस बार कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन का भी विशेष प्रबंध किया गया है। श्री सिद्ध बाबा सोढल सुधार सभा द्वारा कोरोना वैक्सीनेशन कैंप भी लगाया जाएगा। चड्ढा बिरादरी के प्रधान पंकज चड्ढा ने बताया कि जिन लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए डोज नहीं ली है वह शिविर का फायदा उठा सकते हैं। मेले में सजने लगे हैं बाजार श्री सिद्ध बाबा सोढल मेले के उपलक्ष्य में मंदिर को जाते सभी मार्गों पर बाजार सजने लगे हैं। खिलौनों की दुकानें, कपड़े, हैंडलूम, घर के सजावट के सामान, बर्तनों, स्टेशनरी इत्यादि की दुकानें लग गई हैं। मेला शुरू होने से पहले ही इन पर भीड़ भी जमनी शुरू हो गई है। लोग जमकर खरीददारी कर रहे हैं। मेले में आने वाले सभी मार्गों पर झूले भी सज गए हैं। मेले वाले दिन अधिक भीड़ होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालु परिवार सहित माथा टेकने के लिए पहुंच रहे है। जिन लोगों ने बच्चों के लिए मन्नत मांगी और पूरी हो गई वह बच्चों को साथ लाकर मंदिर में माथा टेक रहे हैं। मंदिर परिसर को रंगीन रोशनियों से पूरी तरह सजाया गया है।