जालंधर (ब्यूरो): पंजाब में फगवाड़ा शुगर मिल के सामने हाईवे पर किसानों का धरना 26वें दिन भी जारी है। सरकार ने भी किसान जत्थेबंदियों के साथ बैठक करके शुक्रवार तक की मोहलत मांगी थी। सरकार ने किसान नेताओं को आश्वासन दिया था कि शुक्रवार तक किसानों के खाते में गन्ने की बकाया राशि आ जाएगी। पिछले कल तक तो किसानों के खाते में पैसे नहीं आए थे। आज मोहलत का अंतिम दिन है। किसान नेताओं ने उम्मीद जताई है कि सरकार अपनी कथनी पर खरी उतरेगी और आज शाम तक किसानों के खाते में पैसे डाल देगी। किसान नेताओं का कहना है कि शुगर मिल के पास उनका गन्ने का 72 करोड़ रुपया बकाया है। यह बकाया आज का नहीं, बल्कि तीन साल से खड़ा है। बार-बार सरकार औऱ मिल प्रबंधकों को कहने के बावजूद उन्हें उनकी फसल के पैसे नहीं मिल रहे हैं। किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन दोआबा के प्रधान मनजीत सिंह राय ने कहा कि सरकार ने पिछले दिनों उनसे वादा किया है कि दो सितंबर तक किसानों के खाते में पैसे आ जाएंगे। आज मोहलत का अंतिम दिन है। देखना है कि सरकार शाम तक किसानों के खाते में पैसे डालकर अपने वादे पर खरा उतरती है या फिर आश्वासन दोबारा कोरा ही साबित होता है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक दिल्ली में होने जा रही है। इस मुद्दे को भी उस बैठक में रखा जाएगा और किसान जत्थेबंदियों के फैसले के अनुसार अगला एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने इतना संकेत जरूर दिया कि बार-बार के सरकार के कोरे आश्वासनों से अब किसान भी तंग आ चुके हैं और इस बार एक्शन छोटा नहीं, बल्कि बड़ा ही होगा। कुछ किसान नेताओं ने बताया कि अभी तक सरकार ने मिल को चलाने के बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी है। किसानों ने सरकार के समक्ष मांग रखी है कि किसानों का बकाया एक तो ब्याज के साथ दिया जाए और शुगर मिल को भी चलाया जाए। सरकार ने किसानों के आश्वासन दिया है शुगर मिल को चलाने के लिए निजी कंपनियों से उनकी बातचीत चल रही है। यदि निजी कंपनियों से बात न बनी को सरकार अपने बूते पर शुगर मिल चलाएगी।