जालंधर (ब्यूरो): एक तरफ सरकार मोहल्ला क्लीनिक खोल कर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उनके घर देने का दावा कर रही है। दूसरी तरफ अस्पतालों में तैनात स्टाफ सरकार के दावों की पोल खोलते नजर आ रहा है। रविवार रात जालंधर के सबसे बड़े सिविल अस्पताल में एक गर्भवती महिला ने 7वें महीने की प्रेग्नेंसी में सिविल अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। महिला के पति व साथ आए परिजनों का कहना है कि वह शाम को 6 बजे सिविल अस्पताल पहुंच गए थे। उन्होंने अस्पताल स्टाफ को समस्या बताई कि प्रेग्नेंसी के 7वें महीने में ही दर्द हो रहा है, लेकिन डॉक्टरों से लेकर स्टाफ तक किसी ने कोई परवाह नहीं की। सब कहते रहे कि अभी इलाज शुरू करते हैं। एक-डेढ़ घंटे बाद साढ़े 7 बजे स्टाफ ने कागजी फॉर्मेल्टी शुरू की। इसके बाद जब दर्द बर्दाश्त से बाहर हो गया तो उन्होंने फिर से स्टाफ से रिक्वेस्ट की, लेकिन इतने में रात के 10 बज गए और स्टाफ की नई शिफ्ट आ गई। रात्रिकालीन शिफ्ट में आए स्टाफ का रवैया तो वैसे ही इतना खराब था कि उनके व्यवहार को देखकर महिला को लेकर सिविल अस्पताल में पहुंचे परिजन परेशान हो गए। रात्रिकालीन स्टाफ खाना खाने में लगा रहा। चैकअप करने की बजाय कहा कि महिला को सैर करवाओ।
परिजनों ने कहना है कि अस्पताल के बाहर जैसे ही महिला को स्ट्रैचर से उतारा तो उसकी डिलिवरी हो गई। अस्पताल के बाहर ही महिलाओं ने दुपट्टों की ओट करके महिला की डिलिवरी करवाई। जब इस बारे अस्पताल के स्टाफ से पूछा गया तो उनका व्यवहार ठीक नहीं था। कहने लगे कि इन्हें अमृतसर रेफर करने के लिए कहा था, लेकिन यह नहीं माने। उनसे जब इलाज करने के बारे में पूछा तो कोई जवाब नहीं दिया, बल्कि अपने मोबाइल पर किसी के साथ बातें करने में लगी रहीं।
हंगामा होने पर अस्पताल में बुलाई पुलिस: अस्पताल स्टाफ के गैर जिम्मेदाराना रवैया के खिलाफ जब लोगों ने हंगामा किया तो रात्रिकालीन शिफ्ट में ड्यूटी दे रही महिला डाक्टर गुरमीत कौर ने पुलिस को फोन कर दिया। रात को पुलिस अस्पताल में पहुंच गई और तीमारदारों को अस्पताल से बाहर निकालने लगी। इस दौरान कुछ मरीजों के तीमारदारों की पुलिस स्टाफ के साथ गरमागरमी भी हुई। अस्पताल में हंगामा होने पर सेंट्रल हलके के विधायक रमन अरोड़ा ने अपना एक प्रतिनिधि भी अस्पताल में भेजा। प्रतिनिधि ने पहले पीड़ित पक्ष की बात को सुना और उसके बाद वह डाक्टर के पास गए। उन्होंने डाक्टर की बात को सना। डाक्टर ने विधायक के प्रतिनिधि से कहा कि बच्चा छठे महीने में हो गया है। इसे मशीन के साथ-साथ वैंटिलेटर पर भी रखना पड़ेगा। इस प्रतिनिधि ने डाक्टर से अरेंजमेंट के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि प्रबंध कर रहे हैं।