जालंधर (ब्यूरो): पंजाब में मारूति कारों को लेकर बड़ा फ्रॉड उजागर हुआ है। बाढ़ में कंडम हो चुकी कारें कबाड़िए ने सस्ते रेट पर खरीदी। फिर उन्हें फर्जी डॉक्यूमेंट्स के सहारे रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटीज के पास रजिस्टर्ड भी करवा दिया। मामला उजागर हुआ तो फतेहगढ़ साहिब की पुलिस ने जांच शुरू की। पूरा खेल उजागर होने के बाद पुलिस ने 40 कारें बरामद कर ली। कबाड़िए और उसके 4 साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर 3 को गिरफ्तार कर लिया है। पटियाला की कार एजेंसी में आई थी बाढ़, रोपड़ रेंज के DIG गुरप्रीत भुल्लर ने बताया कि 2019 में पटियाला में बाढ़ आई थी। जिसमें राजपुरा रोड स्थित एटलियर ऑटोमोबाइल में 87 कारें इसकी चपेट में आ गई। यह सभी कारें मारूति की थी। बाढ़ की चपेट में आने से शोरूम ने इन कारों को कंडम करार दे दिया।
85 लाख में खरीदी 87 कारें, एजेंसी ने इन कारों को कंडम करार देने के बाद पुलिस या ट्रांसपोर्ट विभाग से संपर्क नहीं किया। अपने स्तर पर ही जुलाई 2019 में मानसा के कबाड़ी पुनीत ट्रेडिंग कंपनी के मालिक पुनीत गोयल को बेच दी। 87 कबाड़ हुई कारें 85 लाख में बेची गई।
चैसी नंबर मिटाए थे, फिर भी RC बनाकर बेच दिए, पुलिस को 3 अगस्त को इस संबंध में इन्फॉर्मेशन मिली। केस दर्ज कर पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी। जिसमें पता चला कि कंपनी ने जब कबाड़िए को कारें बेची तो इनके चैसी नंबर मिटा दिए थे। ताकि इनका आगे इस्तेमाल न हो। इसके बावजूद पुनीत गोयल ने साथियों के साथ मिलकर इन्हें पंजाब और दूसरे राज्यों के ट्रांसपोर्ट ऑफिस में रजिस्टर्ड करा लिया। जिसके बाद इन्हें करोड़ों में आगे बेच दिया गया।
कबाड़ी फरार, बाप गिरफ्तार, फतेहगढ़ साहिब की एसएसपी रवजोत कौर ने बताया कि सरहिंद पुलिस स्टेशन में 4 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। इनमें पुनीत गोयल, उसका पिता राजपाल सिंह, कार डीलर और इस फ्रॉड का मास्टरमाइंड जसप्रीत सिंह उर्फ रिंकू के अलावा बठिंडा में आरटीए एजेंट नवीन कुमार भी शामिल है। पुनीत गोयल को छोड़ बाकी 3 गिरफ्तार किए जा चुके हैं।