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विधायक-पुलिस के खिलाफ धरना ,बस्ती दानिशमंदा गोलीकांड में विधायक के दबाब में झूठा केस बनाने का आरोप, रविदास चौक किया जाम

जालंधर (ब्यूरो): जालंधर की बस्ती दानिशमंदा में करीब दो महीने पहले हुए गोलीकांड में समझौते के बावजूद झूठे केस कर दिए जाने पर पीड़ित व्यक्ति ने जालंधर पुलिस और जालंधर वेस्ट के विधायक शीतल अंगुराल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिस व्यक्ति पर झूठा केस बनाया गया उसने आज नकोदर रोड पर पड़ती गुरु रविदास चौक पर धरना लगा दिया। सारा ट्रैफिक रोक दिया। धरने पर बैठे सुरेंद्र सिंह ने कहा कि 21 मई को जब दीपू नामक युवक का झगड़ा हुआ था उस दिन वह घर पर ही नहीं थे। वह अपने छोटे भाई के घर पर हरगोबिंद नगर में थे। उन्होंने पुलिस को अपने घर पर लगे सीसीटीवी कैमरों और भाई के घर पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी दी। इसके बाद दोनों का राजीनामा भी हो गया। यहां तक कि तत्कालीन पुलिस कमिश्नर ने एफआईआर रद करने के आदेश भी दे दिए और इलाके के एसीपी ने उन्हें रद एफआईआऱ की नकल देने का भी आश्वासन दिया था। लेकिन बावजूद इसके अभी तक पर्चा रद नहीं किया जा रहा है।

सुरेंद्र की भाभी और लाली की पत्नी कुलजीत कौर जो कि खुद सरपंच हैं ने कहा कि जिस दिन थाने मे दीपू के साथ झगड़े की शिकायत थाने में दर्ज हुई थी उस शिकायत में सुरेंद्र और लाली का नाम नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि दो दिन बाद विधायक शीतल अंगुराल थाने में जाता है और दबाब बनाकर दोनों को नाम भी झगड़े की शिकायत में दर्ज करवा देता है। उन्होंने कहा कि शीतल अंगुराल यह सब इसलिए किया क्योंकि सुरेंद्र एवं लाली पूर्व कांग्रेस विधायक सुशील रिंकू के समर्थक हैं। वह राजनीतिक रंजिश के कारण ऐसा कर रहे हैं।

कुलजीत कौर ने कहा कि इसके बाद जिस दीपू नामक युवक से झगड़ा हुआ था से राजीनामा भी हो गया। इसके बावजूद पर्चा रद नहीं हुआ तो वह तत्कालीन पुलिस कमिश्नर के पास खुद गईं तो उन्होंने कहा कि एफआईआर रग करने के आदेश दे दिए गए हैं। इसके बाद एसीपी रंधावा से मिली तो उन्होंने कहा कि आपको एफआईआर रद की रिपोर्ट दे दी जाएगी। लेकिन रिपोर्ट देने से पहले ही उनका तबादला हो गया। मामला रद न होने पर जब डीसीपी जसकिरणजीत सिंह तेजा से मिले तो उन्होंने कहा कि विधायक शीतल अंगुराल के दफ्तर में जाओ और उनसे जाकर समझौता करो। महिला कुलजीत कौर औऱ सुरेंद्र ने कहा कि पुलिस उन पर विधायक शीतल अंगुराल के पास सरेंडर करने के लिए दबाब बना रही है। उन पर झूठे पर्चे को उच्चाधिकारियों के आदेश के बावजूद रद नहीं किया जा रहा है। दोनों ने आरोप जड़े कि पुलिस भी विधायक के कहने पर काम कर रही है। जानबूझ कर पर्चा रद करने की रिपोर्ट तैयार नहीं की जा रही है। रविदास चौक पर धरना लगाकर बैठे सुरेंद्र और उनके पारिवारिक सदस्यों के अलावा समर्थकों ने कहा कि वह विधायक शीतल अंगुराल के दफ्तर में नहीं जाएंगे। चौक पर ही पर्चा रद होने तक धरना लगाकर बैठेंगे। इस अवसर पर उन्होंने सरकार विधायक और पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की।