जालंधर (ब्यूरो): भारत के 76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बधाई दी है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया के जरिए कहा, ‘प्रिय नरेंद्र मोदी और भारत के लोग, स्वतंत्रता दिवस की आपको शुभकामनाएं। भारत कभी भी फ्रांस पर भरोसा कर सकता है। हम हर हालात में आपके साथ खड़े हैं।’ फ्रांस के साथ भारत के अच्छे ताल्लुकबता दें कि भारत और फ्रांस के बीच हमेशा अच्छे और खास संबंध रहे हैं। दोनों देश हिंद महासागर में सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, अंतरराष्ट्रीय सोलर गंठबंधन और सतत विकास जैसे पहलूओं पर साथ मिलकर काम कर रहे हैं। रक्षा और सुरक्षा सहयोग, अंतरिक्ष सहयोद, परमाणु सहयोग के क्षेत्र फ्रांस के साथ भारत की रणनीतिक साझेदारी के प्रमुख स्तंभ हैं।
हाल ही में फ्रांस की वायुसेना के विमानों का एक बेड़ा भारत के तमिलनाडु में सुलूर एयरफोर्स स्टेशन पर रुका। प्रशांत महासागर में अपने महा सैन्य अभियान के तहत फ्रांस की वायुसेना के विमानों के ठहराव को रणनीतिक रूप से अहम माना गया। इस टुकड़ी में तीन राफेल लड़ाकू विमान भी शामिल थे। इसपर फ्रांस ने बयान जारी कर कहा था कि जिस तरह से भारतीय वायुसेना ने फ्रांसीसी सेना को मदद की, उससे दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग समझोते के क्रियान्वयन को दर्शाती है जिस पर भारत और फ्रांस ने 2018 में सैन्य सहयोग बढ़ाने के मकसद से हस्ताक्षर किए थे।
फ्रांस और भारत वायुसैनिक युद्धाभ्यास में लेंगे हिस्सा, फ्रांसीसी सेना 10 अगस्त से 18 सितंबर तक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में लंबी दूरी के बड़े मिशन का आयोजन कर रही है जिसका कूट नाम पेगासे-22 है। इसी मिशन के तहत फ्रांसीसी वायुसेना के विमानों ने 10 अगस्त की शाम को सुलुर बेस पर लैंड किया और 11 अगस्त की तड़के न्यू कैलेडोनिया के लिए उड़ान भरी। पेगासे-22 मिशन के बाद के चरण में फ्रांसीसी वायुसेना 17 अगस्त से 10 सितंबर तक आस्ट्रेलिया में होने वाले ‘पिच ब्लैक’ वायुसैनिक युद्धाभ्यास में हिस्सा लेगी। इस अभ्यास में भारत और फ्रांस के अलावा जापान, अमेरिका, जर्मनी, इंडोनेशिया, सिंगापुर, ब्रिटेन और दक्षिण कोरिया की वायुसेना भी शामिल होंगी।