जालंधर (नि. स.) पंजाब के जालंधर शहर को रोशन करने के लिए लगाई जाने वाली एलईडी लाइटों को लेकर पिछले दिनों नगर निगम हाउस की बैठक में खूब हंगामा हुआ था। एलईडी प्रोजेक्ट में घोटाले की बू आने पर कई पार्षदों ने सवाल खड़े किए थे। प्रोजेक्ट की जांच पड़ताल के लिए मेयर जगदीश राज राजा ने पार्षदों की बैठक बुलाई, जिसमें नगर निगम कमिश्नर दीपशिखा के भी आने का संभावना है।
बता दें कि पिछले दिनों जब नगर निगम हाउस की बैठक रेडक्रॉस भवन में हुई थी तो एलईडी लाइटों को लेकर खूब हंगामा हुआ था। पार्षदों ने आरोप जड़े थे कि शहर में एलईडी लाइटों को लगाने का ठेका कंपनी को देने से पहले बाकाय़दा एक सर्वे किया गया। इस सर्वे में स्थान चिन्हित किए गए थे कि कहां-कहां पर लाइटें लगनी हैं, लेकिन चिन्हित स्थानों पर लाइटें लगी ही नहीं।
इसके अलावा बहुत सारी खराब पड़ चुकी एलईडी लाइटों को लेकर भी पार्षदों ने सवाल किए थे कि इन्हें ठीक नहीं किया जा रहा है। पार्षदों ने मेयर से सवाल कर दिया था कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट नगर निगम के अंडर ही है या फिर स्वतंत्र तौर पर चल रहा है। क्योंकि जब वह कोई शिकायत करते हैं तो अधिकारियों का आगे से जवाब होता है कि यह तो स्मार्ट सिटी के तहत आता है।
क्या स्मार्ट सिटी के तहत नगर निगम से इतर कोई अलग टीम काम कर रही है। सवालों से घिरे मेयर ने बैठक में शिकायतों की जांच करवाने का आश्वासन दिया था। मेयर ने कहा था कि इस मुद्दे पर अलग से एक विशेष बैठक करेंगे। आज होने जा रही बैठक वह विशेष बैठक तो नहीं या एलईडी लगाने का ठेका जिस कंपनी को दिया था, उसके खिलाफ सुबूत जुटाने के लिए प्री-मीटिंग बुलाई गई है। इसमें तथ्य जुटाकर विशेष बैठक में कंपनी की घेराबंदी की जाएगी।