जालंधर (नि. स.) प्राचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन, युवा कल्याण विभाग और पीजी हिंदी विभाग के सक्षम मार्गदर्शन और उत्साहजनक समर्थन के तहत हंस राज महिला महाविद्यालय, जालंधर में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन विषय, “विभिन्न सांस्कृतिक वस्तुओं के लिए टिप्स और ट्रिक्स।” प्रख्यात अध्यक्ष एवं लेखक डॉ. एम. रफ़ी को कार्यक्रम के लिए संसाधन व्यक्ति के रूप में आमंत्रित किया गया था।
प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने पौधारोपण और उपहार देकर वक्ता का स्वागत किया। डॉ. ज्योति गोगिया, प्रमुख, हिन्दी स्नातकोत्तर विभाग ने कार्यशाला की शुरुआत एक देकर की डॉ रफी का संक्षिप्त परिचय। श्रीमती नवरूप, डीन युवा कल्याण विभाग स्पीकर का औपचारिक स्वागत किया।
डॉ. रफ़ी ने कुछ दिखाकर अपनी बात शुरू की उनके कठिन बचपन की घटनाओं और छात्रों को कभी हार न मानने के लिए प्रेरित किया ज़िन्दगी में। उन्होंने आगे कहा कि परिस्थितियां कितनी भी भयानक क्यों न हों किसी के जीवन में हो लेकिन शिक्षा और दृढ़ संकल्प के साथ कुछ भी हो सकता है हासिल।
फिर उन्होंने नाटक, कविता और वाद-विवाद की विभिन्न तकनीकों को साझा किया दर्शकों से कुछ छात्रों को उन्हें प्रत्यक्ष अनुभव देने के लिए आमंत्रित किया विभिन्न सांस्कृतिक वस्तुओं के लिए उनके सुझावों और युक्तियों के बारे में। डॉ. प्रेम सागर, प्रमुख संगीत गायन विभाग ने डॉ. रफ़ी की प्रशंसा में एक गीत समर्पित किया जो था सभी को पसंद आया।
प्राचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने इनके प्रयासों की सराहना की युवा कल्याण विभाग और हिंदी विभाग को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद। उसने कहा वह कला हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यशालाओं से हमारा छात्र अधिक आत्मविश्वास और समग्र रूप से विकसित महसूस करता है।
श्रीमती नवरूप धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यशाला का समापन किया। इस अवसर पर डाॅ. अशमीन कौर, समन्वयक, आईक्यूएसी, श्रीमती ममता, श्रीमती कुलजीत कौर, श्रीमती वीना अरोड़ा एवं श्रीमती नीता मलिक भी उपस्थित थीं।